राखी के त्यौहार की पूर्व संध्या पर बजारों की बढी रौनक, मिठाई तथा राखी की खरीदारी हुई जमकर 

मिलावटी खाद्य पदार्थों से निर्मित खूब बिकी मिठाइयां, भाई- बहन के त्यौहार राखी को धूमधाम से मनाया जा रहा है

कृष्णा यादव, तमकुहीराज/ कुशीनगर। वर्ष में एक बार मनाया जाने वाला राखी का त्यौहार भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार माना गया है इस त्यौहार पर बहने भाई के घर जाकर राखियां बांधी तथा कहीं-कहीं भाई भी बहनो के घर पहुंच कर राखी बंधवाने का कार्य कर रहे हैं राखी का सबसे अच्छा मुहूर्त दोपहर 1:45 से शाम 4:19 तक रहेगा ।

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यानी राखी बांधने के लिए 2 घंटे 33 मिनट का समय मिलेगा। इसके अलावा बहने शाम तक प्रदोष काल में भी भाई की कलाई पर राखी बांध सकती हैं इस दिन शाम 6:56 से रात्रि 9:07 तक प्रदोष काल रहेगा।

वैदिक पंचांग के अनुसार हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है। इस साल रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहेगा। ऐसी मान्यता है कि जब भी भद्र होती है तो इस दौरान राखी बांधना शुभ नहीं होता। मान्यता के अनुसार एक बार भगवान कृष्ण की उंगली कट गईथी तब द्रौपदी ने अपने साड़ी को फाड़ करके उंगली को बांधा था जिससे खून का बहना बंद हो गया। इस घटना के बाद कपड़े का वह पवित्र टुकड़ा धागा बन गया वह रक्षाबंधन का वास्तविक प्रतीक बन गया इस अवसर पर बहने भाई की कलाई पर रेशम की डोरी से ही बनी राखी को बांधती चली आ रही है।

रक्षाबंधन आमतौर पर राखी के नाम से जाना जाता है श्रावण मास के पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। राखी के पूर्व संध्या और राखी के दिन सोमवार को भी बाजार में मिठाईयां तथा राखी की बिक्री से व्यवसायी वर्ग को काफी उत्सह तथा लाभ मिला है। राखी की पूर्व संध्या और रांखी के दिन परिवहन निगम द्वारा तमकुही राज से गोपालगंज तथा तमकुही राज से समउर मार्ग पर कोई सरकारी बसें नहीं चलाई गई जिससे राखी बांधने आने जाने में सरकार की सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाया है।

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