Train Travel Alert: 1 मई 2025 से रेलवे का नया नियम लागू, सावधानी नहीं तो लगेगा फाइन

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के हवाले से कहा गया है कि रेलवे में कंफर्म टिकट वाली यात्रा की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए यह नियम लागू किया है, ताकि वेटिंग टिकट वालों के कारण सफर के दौरान ऐसी यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

Train Travel Alert: 1 मई 2025 से रेलवे का नया नियम लागू, सावधानी नहीं तो लगेगा फाइन

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : नई दिल्ली ।

इंडियन रेलवे यात्राओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नियमों में बदलाव करता रहता है। रेलवे ने वेटिंग टिकट को लेकर एक बार फिर नियमों में बदलाव किया हैं।

इससे लाखों यात्री प्रभावित होंगे। रेलवे ने घोषणा की है कि 1 मई 2025 से वेटिंग टिकट को लेकर सख़्त नियम लागू किए जाएंगे।

इसका मकसद कंफर्म टिकट वालों के लिए यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाना है।

यह नए नियमों के तहत वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को ट्रेन के स्लीपर या एसी में यात्रा करने की अनुमति नहीं होंगी।

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ऐसे यात्री केवल सामान्य श्रेणी में यात्रा कर सकेंगे।

अगर IRCTC के माध्यम से ऑनलाइन बुक किया गया टिकट वेटिंग लिस्ट में रहता है, तो यह अपने आप रद्द हो जाता है।

हालांकि, काउंटर से वेटिंग टिकट खरीदने वाले कई यात्री अभी भी स्लीपर और एसी कोच में यात्रा करते हैं।

तब रेलवे ने 1 मई से स्लीपर और एसी कोच में वेटिंग टिकट लेकर यात्रा करने से पूर्ण प्रतिबंध लगाने जा रहा हैं।

अगर कोई यात्री वेटिंग टिकट के साथ ट्रेन के आरक्षित कोच में सफर कर पाया जाता है, तो टीटीई के पास उस व्यक्ति पर जुर्माना लगाने या उसे जनरल डिब्बे में भेजने का अधिकार होगा।

वैध कंफर्म टिकट वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करना।

सीटिंग व्यवस्था को लेकर यात्रियों के बीच विवाद से बचना।

कोचों में भीड़भाड़ कम करना।

यात्रियों को बेहतर अनुभव कराना।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के हवाले से कहा गया है कि रेलवे ने कंफर्म टिकट वाले यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित करने के लिए यह नियम लागू किया है।

ताकि वेटिंग टिकट वालों के कारण सफर के दौरान ऐसे यात्रियों को असुविधा का सामना न करना पड़े।

यात्रियों की सुविधा के लिए लिया फैसला

वेटिंग टिकट वाले यात्री अक्सर स्लीपर और एसी कोच में घुस जाते हैं, जिससे कोच में भीड़ हो जाती है और कंफर्म टिकट वाले यात्रियों को परेशानी होती है।

इसके अलावा, आरक्षित कोचों में वेटिंग टिकट वाले यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण कभी-कभी चलना भी मुश्किल हो जाता है।

यात्री अपनी जरूरी आवश्यकताओं के लिए भी चल सकते हैं, जिससे उनकी यात्रा असुविधाजनक हो जाती है।

रेलवे अधिकारियों का मानना है कि वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को आरक्षित कोच में प्रवेश से पूरी तरह रोकने से ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।

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