21 साल से चल रही रंजिश के कारण गांव निवासी संजय की हत्या, हत्यारोपी से रिवाल्वर व दो कारतूस बरामद।

इस मामले में थाना प्रभारी ईश्वर सिंह व सीआईए स्टाफ सफीदो इंचार्ज कमल सिंह की टीम ने चंद घंटों में ही गोली मारने की आरोपी को काबू कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ पर आरोपी ने बताया है कि वह सफीदों के एक निजी स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। 2003 में संजय ने उसके भाई राकेश को संजय के करनाल में भी एक मर्डर कर रखा था।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ ) TV 9 भारत समाचार सफीदों (हरियाणा)।

सफीदों के पानीपत रोड स्थित बुटाना ब्रांच नहर मोड़ पर हुई हत्या के मामले में पुलिस ने हत्यारोपी सुंदर निवासी गांव ऐंचरा कलां को काबू कर लिया है। जानकारी देते हुए सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने बताया है कि 29 नवंबर की सुबह करीब 9:45 बजे सूचना प्राप्त हुई क्यों पानीपत रोड नहर पुल पर एक आदमी ने दूसरे आदमी पर गोलियां चलाई हैं। जिस सूचना पर पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंच कर देखा तो जहां काफी संख्या में लोग भीड़ को इकट्टा किए हुए थे। मौके पर एक घायल व्यक्ति ज़मीन पर लेटा हुआ था। उसका भाई ओमप्रकाश निवासी गांव ऐंचरा कलां भी मौके पर मिले।

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पुलिस ने अपनी गाड़ी में लेकर नागरिक अस्पताल सफीदों पहुंचाया। जहां पर डॉक्टर ने घायल व्यक्ति को मृत घोषित कर दिया। मृतकके भाई ओमप्रकाश ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि उसके भाई संजय के ऊपर हत्या के प्रयास व अवैध असला इत्यादि के केस चल रहे हैं। आज वह और उसका भाई संजय आर्म्स एक्ट मैं पानीपत कोर्ट में रोडवेज बसों में तारीख पर जा रहे थे। वह करीब 8:30 बजे पानीपत रोड पर नहर पुल पर पहुंचे तो उसका भाई संजय और उसके गांव का सुंदर अगली खिड़की से उतर गए। वह पिछली खिड़की से उतर रहा था तो बस से उतरते ‌ही सुंदर ने उसके भाई संजय पर पुराने रंजिश के चलते गोलियां चला दी।

बयान के आधार पर थाना शहर सफीदों में हत्या का मामला दर्ज़ किया गया था। इस मामले में थाना प्रभारी ईश्वर सिंह व सीआईए स्टाफ सफीदों इंचार्ज कमल सिंह की टीम ने चंद घंटों में ही गोली मारने वाले आरोपी को काबू में कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि वह सफीदों के एक निजी स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। 2003 में संजय ने उसके भाई राकेश को गोली मारी थी व उसके पिता दरिया सिंह के हत्या के प्रयास में भी संजय को 7 साल जेल हुई थी। संजय के करनाल में भी एक मर्डर कर रखा था। संजय से उसके परिवार को खतरा था।

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उसकी वह उसके परिवार की सुरक्षा के लिए 32 बोर रिवाल्वर का लाइसेंस बनवाया था। रिवाल्वर को वह हमेशा अपने पास रखता था। सुबह संजय गांव से पानीपत के लिए रोडवेज बस करके बस में में चढ़ गया था। आरोपी ने सोच रखा था कि संजय को किसी तरह से खत्म करना है, नहीं तो संजय उसे वह उसके परिवार पर हमला कर सकता है। जब संजय पानीपत रोड नहर के पुल के पास उतरने लगा तो आरोपी भी उसके साथ उतर गया वह संजय को गोलियां मारकर उसकी हत्या कर दी।

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सिटी थाना प्रभारी ईश्वर सिंह ने बताया है कि आरोही सुंदर को गिरफ़्तार करके अदालत में पेश करके उसका दो दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। जिस दौरान हत्या के मामले में साक्ष्य जुटाए जाएंगे। आरोपी से वारदात में प्रयोग की गई 32 बोर रिवाल्वर, दो जिंदा रौंद, मोबाइल फ़ोन व उसका आर्म्स लाइसेंस बरामद कर लिया है।