28 साल पुराने सरला मिश्रा हत्याकांड में दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ थाने में शिकायत

इस पूरे मामले में खेल करने वालों में तत्कालीन थाना प्रभारी के.एस सिंह, एसएम जेदी, डॉक्टर सत्यपति, योगीराज शर्मा, तत्कालीन जांच अधिकारी महेंद्र सिंह और और अन्य शासकीय कर्मचारी व अधिकारी शामिल हैं।

28 साल पुराने सरला मिश्रा हत्याकांड में दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ थाने में शिकायत 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : भोपाल , मध्य प्रदेश।

28 वर्ष पहले हुई कांग्रेस नेत्री सरला मिश्रा की मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह के ख़िलाफ़ भोपाल के टीटी नगर थाने में शिकायती पत्र दिया गया है।

शिकायती पत्र स्वर्गीय सरला के भाई अनुराग मिश्रा ने देते हुए मामले की गहन जांच कराए जाने की मांग की। आपको बता दें कि जिला न्यायालय ने अगस्त 17 अप्रैल को सरला मिश्रा की मौत को हत्या मानते हुए नई सिरे से जांच कराएं जाने के निर्देश दिए थे।

थाना प्रभारी मानसिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता अनुराग मिश्रा ने शिकायती पत्र में कहा है कि कोर्ट ने जांच की बात इसलिए कही है कि क्योंकि उनकी बहन सरला मिश्रा की हत्या को आत्महत्या का रूप दिया गया था।

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इस पूरे मामले में खेल करने वालों में तत्कालीन थाना प्रभारी के.एस. एसएम जेदी, डॉक्टर सत्यपति, योगीराज शर्मा, तत्कालीन जांच अधिकारी महेंद्र सिंह, और अन्य शासकीय कर्मचारी व अधिकारी शामिल हैं।

इन सभी की जांच होनी चाहिए।

इसके अलावा, जिनके कारण यह केस दबाया गया, उन में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनके भाई लक्ष्मण सिंह, और राजनीतिक लोगों की भी जांच होनी चाहिए।

आपको बता दें कि फरवरी 1997 में सरला मिश्रा की भोपाल के टीटी नगर स्थित आवास में जलने से मौत हो गई थी।

सन 2000 में पुलिस ने केस की जांच फाइल बंद कर दी थी। खात्मा रिपोर्ट 19 वर्ष तक कोर्ट में पेश नहीं की गई है।

इस पर अनुराग ने हाई कोर्ट की शरण ली थी। फरवरी 2025 में हाई कोर्ट ने आदेश दिए हैं कि पहले खात्मा रिपोर्ट में संबंधित लोगों के बयान दर्ज हो, फिर कार्यवाही की जाएं।

इसी दौरान, जिला हाई कोर्ट में पुलिस ने इस मामले में खात्मा रिपोर्ट पेश कर दी, इस पर 17 अप्रैल को कोर्ट में रिपोर्ट में खामियां पाते हुए इसे खारिज कर दिया और दोबारा जांच आदेश दिए थे।

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