“कहलगांव में पोखर खुदाई को लेकर फैली गलतफहमी: ग्रामीणों ने बताया सच्चाई, नहीं हो रहा सरकारी धन का दुरुपयोग”
श्यामपुर पंचायत के ग्रामीणों ने किया स्पष्ट — निजी खर्च से हो रही है चंपा पोखर की खुदाई, मनरेगा योजना से कोई संबंध नहीं
- “कहलगांव में पोखर खुदाई को लेकर फैली गलतफहमी: ग्रामीणों ने बताया सच्चाई, नहीं हो रहा सरकारी धन का दुरुपयोग”
- श्यामपुर पंचायत के ग्रामीणों ने किया स्पष्ट — निजी खर्च से हो रही है चंपा पोखर की खुदाई, मनरेगा योजना से कोई संबंध नहीं।
रिपोर्ट : अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। कहलगांव प्रखंड अंतर्गत श्यामपुर पंचायत में चंपा पोखर की खुदाई को लेकर इन दिनों एक नई चर्चा ने जन्म ले लिया है। कुछ दिनों पहले कन्हैया कुमार नामक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि पोखर की खुदाई मनरेगा योजना के तहत हो रही है और इसमें जेसीबी का अवैध रूप से प्रयोग किया जा रहा है।
लेकिन जब हमारे संवाददाता ने श्यामपुर पंचायत के मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया तो मामला पूरी तरह अलग नजर आया।
ग्रामीणों ने बताई असली तस्वीर
- किसानों को सिंचाई में कठिनाई हो रही थी,
- जानवरों के पीने के पानी की व्यवस्था नहीं थी,
- छठ पूजा जैसे पर्वों में महिलाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इन सब कारणों को देखते हुए ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से खुदाई का बीड़ा उठाया।
मिट्टी का भी सदुपयोग हो रहा है
खुदाई के दौरान निकलने वाली मिट्टी को पास की सरकारी जमीन पर भरकर एक फील्ड बनाने की योजना पर काम हो रहा है, जिससे गांव के बच्चों और युवाओं को खेलने का स्थान भी मिलेगा।
मुखिया ने भी दी सफाई

कन्हैया कुमार के आरोप निराधार
मुखिया पर लगाए गए सभी आरोपों को स्थानीय ग्रामीणों ने झूठा और आधारहीन बताया है। लोगों का कहना है कि पोखर खुदाई को लेकर कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है और यह केवल गांव की भलाई के लिए हो रहा है।
यह घटना इस बात का उदाहरण है कि किस तरह ग्रामीण एकजुट होकर विकास कार्य कर सकते हैं। साथ ही यह भी दर्शाती है कि बिना सत्यता की जांच किए सरकारी तंत्र पर आरोप लगाना स्थानीय व्यवस्था को गुमराह कर सकता है।