Politics in Bihar on the national anthem dispute: रिपोर्ट : अजय कुमार : भागलपुर : बिहार। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन दिनों एक नए विवाद में घिर गए हैं। राष्ट्रगान के दौरान हंसने और लोगों को प्रणाम करने के मामले को लेकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस मुद्दे पर भागलपुर के कचहरी चौक पर कांग्रेस, RJD और INDIA गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने नीतीश कुमार का पुतला दहन कर जोरदार प्रदर्शन किया।
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“अगर बीमार हैं तो राजनीति छोड़ दें” – कांग्रेस नेता परवेज जमाल

भागलपुर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष परवेज जमाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “राष्ट्रगान के दौरान इस तरह का व्यवहार बेहद आपत्तिजनक है। यह देश का अपमान है। अगर नीतीश कुमार बीमार हो गए हैं, तो उन्हें राजनीति छोड़कर घर में बैठ जाना चाहिए।”
परवेज जमाल ने आगे कहा कि नीतीश कुमार पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं, जिससे उनकी छवि लगातार खराब हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री का यह रवैया जनता को स्वीकार नहीं है और आने वाले दिनों में जनता उन्हें करारा जवाब देगी।
“नीतीश कुमार को गद्दी छोड़ देनी चाहिए” – RJD नेता चंद्रशेखर यादव
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के भागलपुर जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ आक्रोश जताया। उन्होंने कहा,
“अगर एक मुख्यमंत्री खुद राष्ट्रगान का सम्मान नहीं करेगा, तो जनता उसे माफ नहीं करेगी। नीतीश कुमार को तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।”
मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर हुई नारेबाजी
पुतला दहन के दौरान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। “नीतीश कुमार होश में आओ”, “राष्ट्रगान का अपमान बंद करो”, और “देश के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे” जैसे नारों से कचहरी चौक गूंज उठा।
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस, RJD और INDIA गठबंधन के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिन्होंने नीतीश कुमार से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की।
जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, कुछ दिनों पहले एक सार्वजनिक कार्यक्रम में राष्ट्रगान के दौरान नीतीश कुमार के हंसने और लोगों को प्रणाम करने का वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद से ही विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधना शुरू कर दिया। कांग्रेस और RJD इसे देश के अपमान से जोड़कर मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
अब आगे क्या होगा?
यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार इस विवाद पर क्या सफाई देते हैं और सरकार इस विरोध प्रदर्शन को कैसे संभालती है। फिलहाल, बिहार की राजनीति इस मुद्दे पर गरमाई हुई है और आने वाले दिनों में इसका असर देखने को मिल सकता है।
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