इलाहाबाद विश्वविद्यालय: इंग्लिश डिपार्टमेंट के HOD पर एसोसिएट प्रोफेसर का हमला, जांच कमेटी गठित

आरोप है कि यह हमला विभाग के ही एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुमार पराग ने किया

रिपोर्ट: राजीव कृष्ण श्रीवास्तव : प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां इंग्लिश डिपार्टमेंट के HOD प्रोफेसर एसके शर्मा के साथ मारपीट की गई। आरोप है कि यह हमला विभाग के ही एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुमार पराग ने किया। घटना के बाद प्रो. शर्मा को गंभीर चोटें आईं, और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना ने विश्वविद्यालय प्रशासन और शिक्षाविदों के बीच हलचल मचा दी है।

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HOD के साथ मारपीट, गंभीर रूप से घायल

Allahabad University: Associate Professor Attack on HOD of English Department, inquiry committee constitute
फोटो : हमले में घायल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इंग्लिश विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट प्रोफेसर एसके शर्मा

मिली जानकारी के मुताबिक, इंग्लिश डिपार्टमेंट के प्रमुख प्रोफेसर एसके शर्मा पर उनके ही सहयोगी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुमार पराग ने हमला किया। बताया जा रहा है कि यह विवाद किसी विभागीय कार्य को लेकर हुआ था। आरोप है कि डॉ. कुमार पराग ने पहले प्रो. शर्मा की छाती और सीने पर वार किया, फिर विरोध करने पर लात-घूंसे भी मारे।

हमले में प्रो. शर्मा को सिर, आंख और कलाई में गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद तुरंत उन्हें इलाहाबाद विश्वविद्यालय की एंबुलेंस से तेज बहादुर सप्रू हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।

पुलिस जांच में जुटी, प्रशासन बना रहा दूरी

मारपीट की जानकारी मिलते ही विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक हमले के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है।

वहीं, विश्वविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रहा है। किसी भी वरिष्ठ अधिकारी ने इस घटना पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है। हालांकि, विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी गठित कर दी है।

क्या कहती है विश्वविद्यालय की नियमावली?

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फोटो : इलाहाबाद विश्वविद्यालय

विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के बीच इस तरह की घटनाएं बेहद दुर्लभ होती हैं। शिक्षा संस्थानों में अनुशासन और मर्यादा का पालन जरूरी होता है, लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि विश्वविद्यालय प्रशासन इस तरह की घटनाओं पर सख्त कदम नहीं उठाता, तो आगे भी इस तरह की घटनाएं हो सकती हैं।

क्या होगा आगे?

अब सवाल यह है कि पुलिस जांच में क्या सामने आता है? क्या एसोसिएट प्रोफेसर कुमार पराग के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई होगी? विश्वविद्यालय प्रशासन इस मामले को कितनी गंभीरता से लेगा?

इस मामले से जुड़े नए अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहें।

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