इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक ने DGP मुख्यालय में की अहम बैठक, यूपी-नेपाल सीमा पर सुरक्षा को लेकर मंथन
आगामी महाकुंभ की तैयारियों की भी हुई समीक्षा
विजय कुमार पटेल : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के निदेशक तपन डेका ने बुधवार को डीजीपी मुख्यालय में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी करने, राज्य में आतंरिक सुरक्षा को पुख्ता बनाने और आगामी महाकुंभ समेत अन्य बड़े आयोजनों की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा की गई।
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नेपाल सीमा पर निगरानी होगी और सख्त

नेपाल से लगने वाली उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ाने को लेकर विशेष रणनीति बनाई गई। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सीमावर्ती जिलों में संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाए। खुफिया तंत्र को और अधिक प्रभावी बनाने और पुलिस के साथ समन्वय स्थापित करने पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने यह तय किया कि सुरक्षा बलों की तैनाती में बढ़ोतरी की जाएगी और डिजिटल निगरानी को भी बढ़ाया जाएगा।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
बैठक में अयोध्या, वाराणसी और मथुरा समेत अन्य धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी गंभीर विचार-विमर्श हुआ। इन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करने और अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरों के जरिये 24×7 निगरानी रखने के निर्देश दिए गए। पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने और किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया।
महाकुंभ की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा
बैठक में आगामी महाकुंभ 2025 को लेकर भी चर्चा हुई। पुलिस और प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन, डिजिटल निगरानी और आपातकालीन सेवाओं की तत्परता पर मंथन किया। अधिकारियों ने बताया कि कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे, ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
साइबर सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक उपायों पर चर्चा
बैठक में यूपी में साइबर सुरक्षा और आतंकवाद निरोधी उपायों को मजबूत करने पर भी जोर दिया गया। डिजिटल माध्यमों पर हो रही संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए। पुलिस और खुफिया एजेंसियों को साइबर अपराधियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा गया।

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