गोरखपुर को नवरात्र पर मिलेगा विकास का बड़ा तोहफा: दो दिन में 2842 करोड़ की परियोजनाएं होंगी शुरू
शनिवार को 1642 करोड़ की 107 परियोजनाओं का सीएम करेंगे उद्घाटन और शिलान्यास एवं रविवार को 1200 करोड़ की लागत से बने एथेनॉल प्लांट का लोकार्पण करेंगे योगी आदित्यनाथ
रिपोर्ट: दिनेश चंद्र मिश्रा : गोरखपुर। गोरखपुर के लिए यह नवरात्रि बेहद खास होने वाली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 और 6 अप्रैल को शहर को एक साथ 2842 करोड़ रुपये के विकास और औद्योगिक प्रगति के तोहफे देने वाले हैं। यह सिर्फ योजनाओं का उद्घाटन नहीं होगा, बल्कि गोरखपुर को स्मार्ट, सुसंगठित और औद्योगिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में एक ठोस कदम होगा। आइए जानते हैं कि दो दिन में कौन-कौन सी योजनाएं गोरखपुर की तस्वीर और तक़दीर बदलने जा रही हैं।
शनिवार को विकास कार्यों की लगेगी झड़ी, 107 प्रोजेक्ट्स का होगा लोकार्पण-शिलान्यास

शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की कुल 107 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इन सभी योजनाओं पर करीब 1642 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
मुख्य परियोजनाएं:
पैडलेगंज-आरकेबीके रिंग रोड: इस सड़क का लोकार्पण होगा जो शहर के जाम की समस्या को काफी हद तक हल करेगा।
गोरक्ष एंक्लेव आवासीय योजना: रामगढ़ताल इलाके में बने इस हाउसिंग प्रोजेक्ट में कुल 86 बहुमंजिला फ्लैट तैयार किए गए हैं। ऑल-इन-वन कार्निवाल पार्क: निजी क्षेत्र की भागीदारी से बना यह पार्क बच्चों और परिवारों के लिए एक बेहतरीन एंटरटेनमेंट हब बनेगा।
वर्ल्ड क्लास कन्वेंशन सेंटर का शिलान्यास: 1410 करोड़ की लागत से बनने वाले इस सेंटर में 5000 लोगों की क्षमता होगी, साथ ही एक फाइव स्टार होटल और क्लब भी बनेगा।
रविवार: गीडा में औद्योगिक क्रांति, एथेनॉल प्लांट की शुरुआत
1200 करोड़ का निवेश: रविवार को सीएम योगी केयान डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाए गए 1200 करोड़ रुपये के एथेनॉल प्लांट का उद्घाटन करेंगे। यह प्लांट गीडा के सेक्टर 26 में तैयार हुआ है।
उत्पादन क्षमता और विस्तार: पहले चरण में प्रतिदिन 3 लाख लीटर एथेनॉल का उत्पादन होगा। तीन चरणों में विस्तार के बाद यह क्षमता 10 लाख लीटर प्रतिदिन हो जाएगी। इस प्लांट की स्थापना से पूर्वी उत्तर प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों को ज़बरदस्त रफ्तार मिलने की उम्मीद है।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजगार
इस प्लांट की शुरुआत से न केवल गोरखपुर बल्कि आसपास के ज़िलों के युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। साथ ही राज्य सरकार की एथेनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने की नीति को और बल मिलेगा।
सीएम योगी की विकास नीति का असर
सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखपुर को सिर्फ अपना गृह जनपद नहीं, बल्कि एक विकसित मॉडल शहर के रूप में देखना चाहते हैं। बीते कुछ वर्षों में यहां जिस तरह की परियोजनाएं शुरू हुई हैं, वे बताती हैं कि गोरखपुर अब सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक बढ़ता हुआ औद्योगिक, आवासीय और पर्यटन केंद्र बन चुका है।