तकनीक सिर्फ लैब तक नहीं, आमजन के जीवन से जुड़नी चाहिए: सीएम योगी
91 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
रिपोर्ट : दिनेश चंद्र मिश्रा : गोरखपुर। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MMMUT) में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तकनीक को आमजन के जीवन से जोड़ने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी तकनीकी आविष्कार तब तक सार्थक नहीं माना जा सकता, जब तक वह समाज के अंतिम व्यक्ति तक किफायती, सुलभ और टिकाऊ रूप से न पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 91 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 13 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही विश्वविद्यालय के 76 नव नियुक्त शिक्षकों को शपथ दिलाई और श्रेष्ठ शिक्षकों और शोधकर्ताओं को सम्मानित किया।
मुख्य बातें:
- सीएम योगी ने कहा कि तकनीकी संस्थानों को ऐसी तकनीक विकसित करनी चाहिए, जिससे आम नागरिक कम लागत में गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं प्राप्त कर सकें।
- उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “क्या हम प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दी जा रही 1.2 लाख रुपये की राशि में तीन महीने के भीतर मजबूत और टिकाऊ घर तैयार कर सकते हैं?”
- गोरखपुर नगर निगम द्वारा देसी तकनीक से बनाए गए वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की सराहना करते हुए कहा कि महज 10 करोड़ रुपये में बना यह प्लांट जर्मनी जैसे तकनीकी देश का ध्यान खींच चुका है।
- उन्होंने कहा कि AI, रोबोटिक्स और क्वांटम टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भारत को अपने मॉडल विकसित करने होंगे, ताकि उनका लाभ समाज के हर वर्ग को मिल सके।
- समग्र विकास को भारत की ताकत बताते हुए कहा कि यह न केवल सतत विकास से आगे है, बल्कि इससे समाज में संतुलन भी बना रहता है।
शिक्षकों को नसीहत और प्रेरणा
सीएम योगी ने कहा कि विश्वविद्यालय की प्रगति टीमवर्क से होती है। उन्होंने शिक्षकों से उम्मीद जताई कि वे न केवल शोध में उत्कृष्टता लाएंगे बल्कि संवेदनशीलता, प्रतिबद्धता और राष्ट्रहित को भी प्राथमिकता देंगे।
सांसद रवि किशन ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गोरखपुर तेजी से तकनीकी और औद्योगिक हब बन रहा है।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. जेपी सैनी, मंडलायुक्त मृदुल कुमार यादव, जिलाधिकारी डॉ. कृष्णा करुणेश, नगर आयुक्त डॉ. नितिन बंशल, और कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।