बहराइच में मां के पास सो रहे बच्चे को उठा ले गया जंगली जानवर, घायल हालत में मिला

महसी के बग्गर गांव में तड़के हुई घटना, वन विभाग व प्रशासन की सतर्कता से बच्ची की जान बची, इलाज जारी

रिपोर्ट: शक्ति सिंह : बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक दर्दनाक और डराने वाली घटना सामने आई है। महसी ब्लॉक के बग्गर गांव में तड़के सुबह जब एक मासूम बच्चा अपनी मां के पास सो रहा था, तभी एक जंगली जानवर उसे उठा ले गया। कुछ घंटों बाद बच्चा घायल हालत में मिला, जिसका फिलहाल इलाज जारी है। इस घटना ने पूरे गांव को दहशत में डाल दिया है।

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Wild animals took away the child sleeping near mother in Bahraich, found in injured condition
फोटो : हिंसक जानवर के हमले में घायल बच्चा (सांकेतिक )

सोमवार तड़के सुबह लगभग 4:30 से 5:00 बजे के बीच विकासखंड महसी के ग्राम बग्गर में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब एक जंगली जानवर ने घर के बाहर मां के पास सो रहे छोटे बच्चे को उठाकर ले गया। जानकारी मिलते ही वन विभाग और तहसील प्रशासन की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और ग्रामीणों की मदद से बच्चे की खोजबीन शुरू की।

घायल हालत में मिला बच्चा, इलाज जारी

प्रभागीय वनाधिकारी (DFO) अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि बच्चा जिंदा है और इलाज जारी है। उन्होंने खुद गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर पूरी घटना की जानकारी ली। बच्चे की मां ने बताया कि वह अपने बच्चे के बगल में ही सोई थी, लेकिन कब और कैसे कोई जानवर बच्चा उठा ले गया, यह उसे पता ही नहीं चला।

जानवर की पुष्टि नहीं, जांच जारी

Wild animals took away the child sleeping near mother in Bahraich, found in injured conditionडीएफओ ने बताया कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्चा किस जानवर द्वारा उठाया गया। गांव के अन्य लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने जानवर को बच्चे को ले जाते हुए नहीं देखा। एक महिला ने जरूर बताया कि उसने एक जानवर को बच्चे को उठाते हुए देखा था, पर जानवर कौन था, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।

जांच के दौरान मौके पर किसी भी जंगली जानवर के पंजों के स्पष्ट निशान नहीं मिले। हालांकि संभावना जताई जा रही है कि यह डॉग फैमिली (कुत्ते या लकड़बग्घा जैसी प्रजाति) का कोई जानवर हो सकता है। वन विभाग की टीम आगे की छानबीन कर रही है ताकि घटना की पूरी सच्चाई सामने आ सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

गांव में डर का माहौल, प्रशासन सतर्क

इस घटना के बाद गांव के लोगों में डर का माहौल है। बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है लेकिन खतरे से बाहर है। वन विभाग और तहसील प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्क रहने और छोटे बच्चों को अकेला न छोड़ने की सलाह दी है।

बहराइच में हुए इस हादसे ने एक बार फिर दिखा दिया कि मानव बस्तियों के पास वन्यजीवों की मौजूदगी कितनी खतरनाक हो सकती है। प्रशासन और वन विभाग की तत्परता से बच्चे की जान बच गई, लेकिन ऐसे मामलों में सतर्कता और जागरूकता बेहद जरूरी है।

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