
प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने किया महाराजा सुहेल देव स्मारक स्थल का निरीक्षण, दिए कई जरूरी निर्देश
चित्तौरा झील के सौंदर्यीकरण और विकास कार्यों पर जताई संतुष्टि, म्यूजियम और बोटिंग सुविधा की तैयारी के निर्देश
रिपोर्ट : गोरखनाथ दुबे : बहराइच। पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने बहराइच के ऐतिहासिक स्थल चित्तौरा झील पर महाराजा सुहेल देव जी के स्मारक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माणाधीन विकास परियोजनाओं की प्रगति और गुणवत्ता को परखा और कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी अधिकारियों को दिए ताकि इस स्थल को और ज्यादा आकर्षक और भव्य बनाया जा सके।
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निरीक्षण के दौरान पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा, जिलाधिकारी मोनिका रानी, मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र, पर्यटन एवं सूचना अधिकारी मनीष श्रीवास्तव, राजा पयागपुर यशवेंद्र विक्रम सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
प्रमुख सचिव मेश्राम ने स्मारक स्थल पर लैण्ड स्केपिंग और ग्रासिंग कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस काम में वन विभाग और उद्यान विभाग से भी सहयोग लिया जाए ताकि परिसर की सुंदरता और बढ़े। साथ ही उन्होंने राजस्व विभाग को निर्देश दिया कि चित्तौरा झील की पैमाइश कराई जाए ताकि आने वाले दिनों में झील के चारों ओर पाथ-वे, बोटिंग सुविधा और सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव तैयार किए जा सकें।
उन्होंने पर्यटन अधिकारी को फसाड लाइटिंग, वीआईपी गेस्ट हाउस और हॉल की सजावट से संबंधित प्रस्ताव भी जल्दी भेजने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यदायी संस्थाओं को ग्रीष्मकाल को ध्यान में रखते हुए पौधों की नियमित सिंचाई और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाने के लिए भी कहा।
मुकेश मेश्राम ने पर्यटन सूचना अधिकारी को यह भी निर्देश दिया कि महाराजा सुहेल देव के जीवन पर आधारित एक म्यूजियम के निर्माण का प्रस्ताव भेजा जाए। ताकि स्मारक स्थल पर आने वाले पर्यटकों को महाराजा के वीरता भरे जीवन की जानकारी मिल सके। स्नान घाट के निरीक्षण के दौरान उन्होंने वहां सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने पर भी जोर दिया।
अंत में, प्रमुख सचिव ने कहा कि स्मारक परिसर को सुंदर और हराभरा बनाने के लिए विभिन्न किस्मों के पौधे लगाए जाएं ताकि पर्यटकों को यहां घूमते समय शांति और सुकून का अनुभव हो।
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