10 हजार न देने पर सिपाही ने फर्जी मुकदमे में फंसाने की रची साजिश! कोठवल कला के दो ग्रामीणों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

पीड़ितों ने कहा – 10 हजार न देने पर धमकाया, बोले “शांति चाहिए तो चुप रहो”, मुख्यमंत्री से की निष्पक्ष जांच की मांग

रिपोर्ट : अशोक सोनी : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले के फखरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत कोठवल कला गांव के दो ग्रामीणों ने थाने के एक हेड कांस्टेबल और तीन अज्ञात लोगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए फर्जी मुकदमे में फंसाने की साजिश की बात कही है। पीड़ितों ने मुख्यमंत्री और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से निष्पक्ष मजिस्ट्रियल जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो उनका पूरा परिवार मुश्किल में पड़ सकता है।

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On not giving 10 thousand, the soldier hatched a conspiracy to implicate in a fake case! Two villagers of Kotwal Kala made serious allegations against the police
फोटो : फखरपुर पुलिस के सिपाही द्वारा सताए गए पीड़ित युवक

कोठवल कला गांव के रहने वाले संजय चौहान और जनवीर नामक दो ग्रामीणों ने बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। दोनों ने बताया कि फखरपुर थाने में तैनात हेड कांस्टेबल वीरेन्द्र कुमार मिश्रा तीन अज्ञात लोगों के साथ उनके गांव आए और बिना किसी वारंट या नोटिस के उन्हें जबरन गाड़ी में बैठाकर थाने ले गए।

थाने में पहुंचने के बाद उनसे 10 हजार रुपये की मांग की गई। जब उन्होंने पैसे देने से मना किया, तो उन्हें धमकी दी गई कि अगर चुप नहीं रहे तो फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेज दिया जाएगा। इतना ही नहीं, पीड़ितों के मुताबिक उन्हें साफ-साफ कहा गया कि – “अगर गांव में अमन-चैन चाहिए, तो कुछ मत कहना, वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहो।”

परिवार में भय और असुरक्षा का माहौल

On not giving 10 thousand, the soldier hatched a conspiracy to implicate in a fake case! Two villagers of Kotwal Kala made serious allegations against the policeपीड़ितों ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने पुलिस के उच्चाधिकारियों और जिला प्रशासन से संपर्क किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे उनका परिवार बेहद डरा हुआ है और अब उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डीजीपी, और पुलिस महानिरीक्षक से इस पूरे मामले की निष्पक्ष मजिस्ट्रेट जांच की मांग की है।

सरकार की छवि को कर रहे धूमिल

संजय और जनवीर का कहना है कि कुछ भ्रष्ट पुलिसकर्मी और उनके साथ शामिल लोग सरकार और प्रशासन की छवि को खराब कर रहे हैं। अगर समय रहते इन पर कार्रवाई नहीं हुई तो आम नागरिकों का विश्वास पुलिस से उठ जाएगा।

न्याय की गुहार

On not giving 10 thousand, the soldier hatched a conspiracy to implicate in a fake case! Two villagers of Kotwal Kala made serious allegations against the policeदोनों पीड़ितों ने कहा कि वे गरीब हैं, किसी तरह मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं। ऐसे में फर्जी मुकदमे में फंसाना और धमकी देना उनके लिए बड़ा मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उन्हें सिर्फ न्याय चाहिए, किसी से झगड़ा नहीं।

जनता में गुस्सा, कार्रवाई की मांग तेज

इस पूरे मामले के सामने आने के बाद गांव और आसपास के क्षेत्रों में जनता में रोष है। लोगों का कहना है कि अगर आम जनता को इस तरह से डराया-धमकाया जाएगा तो कौन बोलेगा? ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और पीड़ितों को न्याय मिले।

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