यूपी के स्कूलों में 5000 संविदा कंप्यूटर शिक्षकों की होगी भर्ती, शिक्षा विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव
बीटेक (आईटी) वालों को मिलेगा मौका, कक्षा 9 से 12 तक कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई को मिलेगा नया दम
- यूपी के स्कूलों में 5000 संविदा कंप्यूटर शिक्षकों की होगी भर्ती, शिक्षा विभाग ने शासन को भेजा प्रस्ताव
- बीटेक (आईटी) वालों को मिलेगा मौका, कक्षा 9 से 12 तक कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई को मिलेगा नया दम
आयुष पांडेय : लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लाखों छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। प्रदेश सरकार जल्द ही माध्यमिक स्कूलों में 5000 संविदा कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती करने जा रही है। शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। अगर यह प्रस्ताव पास हो जाता है तो कक्षा 9 से 12 तक पढ़ने वाले छात्रों को कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई के लिए अब योग्य शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे।

उत्तर प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने लंबे समय से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई को लेकर चली आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। विभाग ने 5000 संविदा कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजा है।
इस प्रस्ताव में खास बात यह है कि बीटेक (आईटी) डिग्री धारकों को प्राथमिकता देने की सिफारिश की गई है। इसका उद्देश्य यह है कि छात्र आधुनिक तकनीक और वास्तविक आईटी ज्ञान से लैस हो सकें।
20 साल से हो रहा है कंप्यूटर साइंस का पढ़ाया जाना, पर शिक्षक नहीं
जानकारी के अनुसार, पिछले 20 वर्षों से कक्षा 9 से 12 के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर साइंस विषय शामिल है, लेकिन अब तक इसके लिए नियमित शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो सकी है। यही वजह है कि या तो अतिथि शिक्षक पढ़ाते रहे या फिर कई स्कूलों में यह विषय सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया।
जानिए क्यों जरूरी है ये भर्ती?
आज के डिजिटल युग में कंप्यूटर ज्ञान किसी भी छात्र के भविष्य के लिए अनिवार्य हो गया है। अगर समय रहते प्रशिक्षित और तकनीकी रूप से सक्षम शिक्षक स्कूलों में उपलब्ध कराए जाएं, तो छात्र न सिर्फ परीक्षा में अच्छा करेंगे, बल्कि करियर के लिहाज से भी आगे बढ़ पाएंगे।
कब से होगी भर्ती प्रक्रिया शुरू?
हालांकि अभी भर्ती प्रक्रिया की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन विभागीय सूत्रों के अनुसार शासन से अनुमति मिलते ही जल्द ही भर्ती विज्ञापन जारी किया जाएगा और आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश में माध्यमिक स्कूलों में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई को मजबूती देने की दिशा में यह एक अहम कदम है। लंबे इंतजार के बाद यदि यह प्रस्ताव अमल में आता है, तो हजारों बीटेक डिग्रीधारकों को रोजगार मिलेगा और लाखों छात्रों को गुणवत्तापूर्ण कंप्यूटर शिक्षा।