नवागत एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने संभाली कमान, जनहित को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
मुजफ्फरनगर, बदायूं, मुरादाबाद जैसे शहरों में निभा चुके हैं प्रशासनिक दायित्व, जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण और पारदर्शी प्रशासन पर रहेगा जोर
- नवागत एडीएम नरेंद्र बहादुर सिंह ने संभाली कमान, जनहित को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता
- मुजफ्फरनगर, बदायूं, मुरादाबाद जैसे शहरों में निभा चुके हैं प्रशासनिक दायित्व, जनसमस्याओं के त्वरित निस्तारण और पारदर्शी प्रशासन पर रहेगा जोर
रिपोर्ट : आयुष पाण्डेय : लखीमपुर खीरी। लखीमपुर खीरी जनपद को एक नया प्रशासनिक नेतृत्व मिल गया है, अपर जिलाधिकारी (ADM) नरेंद्र बहादुर सिंह ने जिले में पदभार ग्रहण कर लिया है। श्री सिंह मूल रूप से देवरिया जनपद के निवासी हैं और 2011 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं।
अनुभवी अधिकारी, कई ज़िलों में निभा चुके हैं अहम भूमिका

नरेंद्र बहादुर सिंह को प्रशासनिक कार्य का वर्षों का अनुभव है। इससे पहले वह:
- मुजफ्फरनगर और बदायूं में एडीएम के पद पर कार्य कर चुके हैं
- मुरादाबाद में सिटी मजिस्ट्रेट के तौर पर कार्यभार संभाल चुके हैं
- इसके अतिरिक्त उन्होंने गोरखपुर, चित्रकूट, कौशांबी और मऊ जैसे महत्वपूर्ण ज़िलों में उप जिलाधिकारी के रूप में सेवाएं दी हैं।
जनहित और पारदर्शिता को दी प्राथमिकता
कार्यभार ग्रहण करने के बाद श्री नरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि “जन समस्याओं का त्वरित समाधान और शासन की योजनाओं को ज़मीनी स्तर पर लागू करना मेरी प्राथमिकता होगी। मैं एक पारदर्शी, जवाबदेह और जनभागीदारी पर आधारित प्रशासन को बढ़ावा दूंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि आम जनता को समय से सेवाएं मिलें और उनकी शिकायतों का निष्पक्ष समाधान हो, इसके लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे।
क्यों है यह बदलाव अहम?
लखीमपुर खीरी एक सामाजिक, राजनीतिक और प्रशासनिक रूप से संवेदनशील जिला है। यहां का प्रशासनिक नेतृत्व किसी भी स्थिति को नियंत्रित रखने और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाता है। ऐसे में श्री सिंह जैसे अनुभवी अधिकारी का आगमन जिला प्रशासन के लिए नई दिशा दे सकता है।