प्रधान मुख्य वनरक्षक सुनील चौधरी का बहराइच दौरा: सीमावर्ती क्षेत्रों की वन सुरक्षा और समन्वय पर दिया विशेष ज़ोर
रूपईडीहा में किया रात्रि विश्राम, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर मंडलीय अधिकारियों के साथ की महत्वपूर्ण बैठक, आरक्षित वन क्षेत्रों की सुरक्षा पर चर्चा
- प्रधान मुख्य वनरक्षक सुनील चौधरी का बहराइच दौरा: सीमावर्ती क्षेत्रों की वन सुरक्षा और समन्वय पर दिया विशेष ज़ोर
- रूपईडीहा में किया रात्रि विश्राम, इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर मंडलीय अधिकारियों के साथ की महत्वपूर्ण बैठक, आरक्षित वन क्षेत्रों की सुरक्षा पर चर्चा
रिपोर्ट : संतोष शुक्ला : रूपईडीहा : बहराइच। भारत-नेपाल सीमा से सटे बहराइच जिले के रूपईडीहा कस्बे में उत्तर प्रदेश के प्रधान मुख्य वनरक्षक सुनील चौधरी का दो दिवसीय दौरा वन विभाग और सुरक्षा एजेंसियों के लिए अहम संदेश लेकर आया। उन्होंने न सिर्फ स्थानीय स्थितियों का जायज़ा लिया बल्कि सीमावर्ती आरक्षित वन क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिए।
प्रधान मुख्य वनरक्षक सुनील चौधरी ने बहराइच जिले के रूपईडीहा स्थित वन विभाग के विश्रामगृह में रात्रि विश्राम कर अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की। उनका यह भ्रमण वर्तमान सुरक्षा परिस्थितियों और पर्यावरणीय प्रबंधन को देखते हुए विशेष महत्व रखता है।
इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट पर मंडलीय बैठक

संयुक्त गश्त और ग्रीन चौपाल के निर्देश
बैठक में सुनील चौधरी ने निर्देशित किया कि भारत-नेपाल सीमा से लगे आरक्षित वन क्षेत्रों की सुरक्षा के लिए वन विभाग, एसएसबी और स्थानीय पुलिस के साथ नियमित संयुक्त गश्त की जाए। इसके अलावा ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए “ग्रीन चौपाल” आयोजित करने के निर्देश भी दिए गए।
वृक्षारोपण स्थलों का निरीक्षण
अपने दौरे के दौरान उन्होंने रूपईडीहा रेंज और अब्दुल्लागंज रेंज के कार्यालयों का निरीक्षण किया और वहां पर हुए वृक्षारोपण कार्यों की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और वनों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस मौके पर वन संरक्षक देवीपाटन मंडल मनोज कुमार सोनकर, डीएफओ बहराइच अजीत प्रताप सिंह, डीएफओ कतर्नियाघाट शिव शंकर, डीएफओ श्रावस्ती धनराज, डीएफओ गोंडा पंकज शुक्ला सहित सभी एसडीओ, रेंज अधिकारी और वन विभाग के अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।