यूपी को मिला नया DGP: “राजीव कृष्ण” को सौंपी गई बड़ी ज़िम्मेदारी
सेवा विस्तार से वंचित रहे प्रशांत कुमार के स्थान पर मिली नियुक्ति, पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल
- यूपी को मिला नया DGP: “राजीव कृष्ण” को सौंपी गई बड़ी ज़िम्मेदारी
- सेवा विस्तार से वंचित रहे प्रशांत कुमार के स्थान पर मिली नियुक्ति, पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल
रिपोर्ट : राजीव कृष्ण श्रीवास्तव : लखनऊ। उत्तर प्रदेश को आखिरकार नया पुलिस महानिदेशक (DGP) मिल गया है। राजीव कृष्ण को यूपी का स्थायी डीजीपी नियुक्त किया गया है, जो अब राज्य की पुलिस व्यवस्था की कमान संभालेंगे। राजीव कृष्ण अभी तक उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन के पद पर कार्यरत थे।

इससे पहले मौजूदा डीजीपी प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार नहीं दिए जाने के बाद यह पद रिक्त हो गया था। शुक्रवार देर शाम तक नाम को लेकर कयासबाज़ी का दौर चलता रहा, लेकिन अब सरकार ने राजीव कृष्ण के नाम पर मुहर लगा दी है।
राजीव कृष्ण: वरिष्ठ और अनुभवी अफसर
राजीव कृष्ण 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं। पुलिस सेवा में उनकी साख एक कड़े लेकिन संवेदनशील अधिकारी की रही है। वह लखनऊ, नोएडा और वाराणसी जैसे महत्वपूर्ण ज़िलों में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
UP पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन रहते हुए उन्होंने कई अहम भर्ती प्रक्रियाओं को पारदर्शिता और दक्षता से अंजाम दिया, जिससे उनकी प्रशासनिक क्षमता पर सरकार को पूरा भरोसा है।
पुलिस महकमे में बड़े फेरबदल, तीन DGP रैंक अफसर हुए रिटायर
राज्य में डीजी रैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारी हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं, जिससे पुलिस विभाग में उच्च स्तर पर खाली पदों की संख्या बढ़ गई है। ये अफसर हैं:
- डीजी जेल – पीवी रामाशास्त्री (सेवानिवृत्त)
- डीजी टेलिकॉम – डॉ. संजय एम. तरडे (सेवानिवृत्त)
- डीजी यूपी – प्रशांत कुमार (सेवानिवृत्त, सेवा विस्तार नहीं मिला)
अब इन रिक्त पदों पर भी जल्द ही नए अधिकारियों की नियुक्ति की संभावना जताई जा रही है।
मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- राजीव कृष्ण बने यूपी के नए स्थायी डीजीपी
- वर्तमान में पुलिस भर्ती बोर्ड के चेयरमैन थे
- प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार नहीं मिला
- तीन DGP रैंक अफसरों के रिटायर होने से मिला अवसर
- पुलिस महकमे में जल्द हो सकता है और बदलाव