बहराइच डीएम ने किया सोहरियावां के आंगनबाड़ी, गौआश्रय स्थल और आरआरसी सेंटर का निरीक्षण
गौवंश की देखभाल में सुधार और महिला स्वावलंबन को बढ़ावा देने के निर्देश, अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र की निष्क्रियता पर जताई नाराजगी
बहराइच डीएम ने किया सोहरियावां के आंगनबाड़ी, गौआश्रय स्थल और आरआरसी सेंटर का निरीक्षण
- गौवंश की देखभाल में सुधार और महिला स्वावलंबन को बढ़ावा देने के निर्देश, अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र की निष्क्रियता पर जताई नाराजगी
अतुल त्रिपाठी : बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने विकास खंड पयागपुर के ग्राम पंचायत सोहरियावां का दौरा कर आंगनबाड़ी केंद्र, गौआश्रय स्थल और एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र (RRC) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई गईं, जिस पर डीएम ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और सुधारात्मक कार्य तत्काल शुरू करने को कहा।
आंगनबाड़ी केंद्र मिला बंद
निरीक्षण के समय आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाया गया, जिसके बाद फोन कर कार्यकत्री को बुलाया गया। डीएम ने बाला पेंटिंग को मानक के अनुरूप न पाकर तत्काल सुधार कराने के निर्देश दिए। साथ ही पोषाहार वितरण, फेस एथेंटिकेशन और KYC प्रक्रिया को तत्काल पूर्ण कराने की बात कही।
गौआश्रय स्थल पर गवंशो की नहीं मिली टैगिग
सोहरियावां प्रथम में 114 मादा गौवंश और द्वितीय में 109 नर गौवंश संरक्षित हैं। निरीक्षण के दौरान नर गौवंशों की टैगिंग न मिलने पर डीएम ने सभी पशुओं की टैगिंग अनिवार्य करने का निर्देश दिया।
गौआश्रय स्थल पर नैपियर घास की 10 बीघा फसल, चारा, पानी, समर्सिबल बोरिंग, सीसीटीवी व चाराकटिंग मशीन आदि की व्यवस्था देखी गई। डीएम ने कहा कि सोलर पैनल भी लगवाए जाएं, जिससे बिजली बाधित होने पर कोई समस्या न हो। उन्होंने गोबर के जैविक उपयोग पर भी जोर दिया।
आरआरसी केंद्र की दीवार मिली टूटी
आरआरसी केंद्र की दीवार टूटी मिली और केंद्र निष्क्रिय था, जिस पर डीएम ने गंभीर नाराजगी जताई और बीडीओ को जांच के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि केंद्र को तत्काल क्रियाशील किया जाए और महिला स्वयं सहायता समूहों को इससे जोड़ा जाए।
डीएम ने दिया यह निर्देश
- गाँव का कूड़ा एकत्र कर आरआरसी में लाया जाए।
- गौशाला से निकलने वाले गोबर से जैविक खाद और अन्य उत्पाद बनाए जाएं।
- महिला समूहों को प्रशिक्षित कर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जाए।