नगर पालिका परिषद बहराइच में भ्रष्टाचार और तानाशाही के खिलाफ उठी आवाज, जिलाधिकारी से शिकायत

नगर पालिका के अफसरों पर तानाशाही रवैये और अनियमितताओं का आरोप

  • नगर पालिका परिषद बहराइच में भ्रष्टाचार और तानाशाही के खिलाफ उठी आवाज, जिलाधिकारी से शिकायत
  • नगर पालिका के अफसरों पर तानाशाही रवैये और अनियमितताओं का आरोप
  • शहर में सफाई व्यवस्था, कर्मचारियों की नियुक्ति और ठेके में भारी गड़बड़ी
  • गंदगी से त्रस्त नागरिक, पारदर्शिता की कर रहे मांग

रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। नगर पालिका परिषद बहराइच में फैली अव्यवस्थाओं और तानाशाही कार्यशैली के खिलाफ स्थानीय नागरिक अजय पाठक ने जिलाधिकारी को शिकायत पत्र सौंपा है। शिकायत में उन्होंने अधिशासी अधिकारी श्रीमती प्राजिता सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

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Voice raised against corruption and dictatorship in Nagar Palika Parishad Bahraich, complaint with District Magistrat
फोटो : कार्यालय नगर पालिका परिषद बहराइच

बहराइच शहर के कटी चौराहा निवासी शिकायतकर्ता अजय पाठक के अनुसार, जबसे अधिशासी अधिकारी प्राजिता सिंह ने कार्यभार संभाला है, तबसे परिषद में कामकाज की शैली बेहद निराशाजनक हो गई है। अफसरों का व्यवहार निचले कर्मचारियों और आम लोगों के प्रति तानाशाही और अपमानजनक बताया गया है।

बहराइच शहर की सफाई व्यवस्था हुई ध्वस्त

शिकायत के अनुसार, नगर के कई मोहल्लों में पहले सफाई व्यवस्था बेहतर थी, लेकिन वर्तमान अधिकारी के आने के बाद उन क्षेत्रों में गंदगी और बदबू फैल गई है। आरोप है कि पुराने मेहनती और जिम्मेदार सफाईकर्मियों को हटाकर अधिशासी अधिकारी ने अपने पसंदीदा और लापरवाह कर्मचारियों की तैनाती कर दी, जिससे स्थिति और बिगड़ गई है।

ठेकेदारी और वाहन वितरण में भी गड़बड़ी

शिकायत में यह भी कहा गया है कि कूड़ा उठाने के लिए नगर पालिका को शासन से 10 छोटी गाड़ियां मिली हैं, लेकिन वास्तविकता में कूड़ा उठाने का कार्य चंद अवैध संस्थाएं कर रही हैं। जब इस पर आपत्ति जताई जाती है, तो यह कहकर टाल दिया जाता है कि “उन संस्थाओं से हमारा कोई लेना-देना नहीं है”, जबकि सालों से वे संस्थाएं काम कर रही हैं।

शिकायतों पर नहीं होती कार्रवाई

नगरवासियों की लगातार शिकायतों के बावजूद किसी भी अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मनमाने ढंग से अपनी पसंद के कर्मचारियों से गवाही दिलवाकर कार्रवाई को दबा दिया जाता है। इससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है।

जांच, कार्यवाई और स्थानांतरण की मांग

शिकायतकर्ता अजय पाठक ने जिलाधिकारी से तत्काल निष्पक्ष जांच की मांग की है और कहा है कि दोषी अधिकारी का अन्यत्र स्थानांतरण कर नगर पालिका परिषद की व्यवस्था में सुधार लाया जाए।

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