गोरखपुर: प्रशासन की चौखट पर पहुंचा पारिवारिक भूमि विवाद

पीड़ित ने तहसील गोला के एसडीएम को सौंपा प्रार्थना पत्र, जबरन कब्जे और फर्जी समझौते का लगाया आरोप

  • गोरखपुर: प्रशासन की चौखट पर पहुंचा पारिवारिक भूमि विवाद
  • पीड़ित ने तहसील गोला के एसडीएम को सौंपा प्रार्थना पत्र, जबरन कब्जे और फर्जी समझौते का लगाया आरोप

रिपोर्ट : बाबूलाल सक्सेना : गोरखपुर। गोरखपुर जनपद के तहसील गोला क्षेत्र में ज़मीन के बंटवारे को लेकर चल रहा पारिवारिक विवाद अब प्रशासन के दरवाजे तक पहुंच गया है। तायापार गांव निवासी बृजनंदन मौर्य ने उप जिलाधिकारी (एसडीएम) गोला को दिए गए प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि उनके सगे भाई बृजमोहन और स्व. दयाराम के पुत्र विनोद ने परिवार की भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा कर लिया है और फर्जी पारिवारिक समझौते के सहारे न्यायालय को गुमराह कर कब्जा भी करवा लिया।

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Gorakhpur: Family land dispute reached the frame of administration

पीड़ित का आरोप है कि उनके पिता बनवारी मौर्य, जो इंटर कॉलेज में शिक्षक थे, की मृत्यु वर्ष 2015 में हो गई थी। उनकी मृत्यु के बाद भाइयों के नाम वरासत चढ़ाई गई। लेकिन इसके तुरंत बाद कुछ भूमि लालमती नामक महिला को बेच दी गई और फिर एक कथित फर्जी पारिवारिक समझौता पेश कर धारा 144 के तहत मुकदमा भी दर्ज करवा दिया गया।

पीड़ित बृजनंदन ने यह भी कहा कि उन्होंने और उनके भाई बृजलाल ने अपने हिस्से की ज़मीन का वैध तरीके से बैनामा किया है और बलिराम नामक व्यक्ति को देखरेख के लिए रजिस्टर्ड मुख्तारनामा दिया गया है। लेकिन फिर भी उनके भू-भाग पर बार-बार आपत्ति दर्ज कराई जा रही है, जिससे क्रेता पक्ष भी परेशान है।

उन्होंने मांग की है कि एसडीएम गोला स्वयं मौके पर जाकर जांच करें और जबरन कब्जा हटवाकर उन्हें उनके हिस्से की ज़मीन दिलाई जाए।

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