बहराइच में आकांक्षी जनपद सूचकांकों की डीएम ने की सख्त समीक्षा
स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कृषि सेक्टर पर खास जोर, निष्क्रिय आशाओं पर होगी कार्रवाई
- बहराइच में आकांक्षी जनपद सूचकांकों की डीएम ने की सख्त समीक्षा
- स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कृषि सेक्टर पर खास जोर, निष्क्रिय आशाओं पर होगी कार्रवाई
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। आकांक्षी जनपद योजना के तहत नीति आयोग द्वारा तय किए गए विभिन्न सूचकांकों की कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा हुई। जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने बैठक में स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कृषि सेक्टर में सुधार लाने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए।
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डीएम ने सैम (SAM) और मैम (MAM) श्रेणी के कुपोषित बच्चों की पहचान कर उनकी सूची तैयार करने, उनकी ट्रैकिंग और फॉलोअप कर स्वस्थ श्रेणी में लाने पर जोर दिया।
शिक्षा सेक्टर की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को आदेश दिया कि ब्लॉकवार माध्यमिक विद्यालयों की सूची तैयार की जाए, यू-डायस (UDISE) डाटा इम्पोर्ट कराया जाए, और यह सुनिश्चित हो कि कक्षा 8 पास करने वाले बच्चे आगे की कक्षा में दाखिला लें। उन्होंने कहा कि जो बच्चे स्कूल से छूट गए हैं, उनका प्रवेश कराया जाए।
आईसीडीएस विभाग को निर्देश मिला कि 11 से 14 वर्ष की आयु वर्ग की जो बालिकाएं स्कूल नहीं जा रहीं, उन्हें चिन्हित कर विद्यालय में दाखिला दिलाया जाए और सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिया जाए।
डीएम ने जिला पुस्तकालय को डिजिटल पुस्तकालय में बदलने की योजना पर भी चर्चा की और इसके संचालन में नगर पालिका परिषद से सहयोग लेने को कहा।
कृषि सेक्टर में उन्होंने केसीसी (Kisan Credit Card) की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।
इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चंद्र, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजय कुमार समेत कई विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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