विष मुक्त प्राकृतिक खेती को अपनाएं: जिलाधिकारी मोनिका रानी का किसानों से आह्वान… देखें Video
कृषक दिवस के अवसर पर किसानों से किया संवाद, जैविक खेती को बढ़ावा देने और विपणन व्यवस्था सुदृढ़ करने पर जोर
- विष मुक्त प्राकृतिक खेती को अपनाएं: जिलाधिकारी मोनिका रानी का किसानों से आह्वान
- कृषक दिवस के अवसर पर किसानों से किया संवाद, जैविक खेती को बढ़ावा देने और विपणन व्यवस्था सुदृढ़ करने पर जोर
बहराइच। विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जिले के किसानों से विषमुक्त प्राकृतिक खेती अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से न केवल मृदा की उर्वरता प्रभावित हो रही है, बल्कि फसलें विषाक्त होने के कारण मानव स्वास्थ्य भी संकट में आ रहा है।
एफपीओ और बाजार तक पहुंच पर जोर
डीएम ने निर्देश दिए कि किसानों द्वारा उत्पादित जैविक फसलों के विपणन की पुख्ता व्यवस्था की जाए ताकि किसानों को सही मूल्य मिल सके। उन्होंने एफपीओ से जुड़े किसानों का डेटा यूपी एफपीओ शक्ति पोर्टल पर अपडेट करने को कहा ताकि बड़ी कंपनियां सीधे किसानों से खरीदी कर सकें। किसानों को कीटनाशकों के बजाय लाईट ट्रैप के उपयोग के लिए प्रेरित किया गया।
औषधीय फसलों की ओर बढ़ें किसान
डीएम ने बताया कि टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट हर साल 1000 क्विंटल काली हल्दी खरीदता है, जो औषधीय गुणों से भरपूर होती है। उन्होंने किसानों से काली हल्दी की खेती अपनाने का सुझाव देते हुए विपणन की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने की बात कही।
गन्ना अधिकारी ने जानकारी दी कि जिले की 3 चीनी मिलों को किसानों से मक्का खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया गया है। इस पहल से किसानों की आमदनी बढ़ने की उम्मीद है।
एफपीओ को दिए गए परचेज ऑर्डर
कार्यक्रम के दौरान डीएम ने सीरियल ग्राम एफपीओ चितौरा और वीरांगना लक्ष्मी बाई एफपीओ मिहींपुरवा को पर्चेज ऑर्डर हैंडओवर किए। टेक्निकल सपोर्ट यूनिट प्रभारी अरविंद मिश्रा ने बताया कि पारले-जी और रेडिको खेतान जैसी कंपनियों के साथ किसानों के उत्पाद की बिक्री का करार कराया गया है।
कृषि विभाग की योजनाएं व सुझाव
उप निदेशक कृषि विनय कुमार वर्मा ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 1 से 31 जुलाई तक धान, मक्का व अरहर का बीमा कराने की जानकारी दी। जिला कृषि अधिकारी डॉ. सूबेदार यादव ने खाद, बीज और उर्वरक की उपलब्धता व मृदा परीक्षण के अनुसार उर्वरक उपयोग का सुझाव दिया। प्रगतिशील कृषकों ने मक्का उत्पादकता संबंधी आंकड़ों को अद्यतन करने की मांग की।
बैठक में जिला विकास अधिकारी राज कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी डॉ. सौरभ वर्मा, गन्ना अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, जिला उद्यान अधिकारी दिनेश चौधरी, लीड बैंक मैनेजर जितेन्द्र कुमार मसंद, सहायक निदेशक मत्स्य जितेन्द्र शुक्ला, कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरुण कुमार राजभर सहित अनेक एफपीओ निदेशक व प्रगतिशील किसान मौजूद रहे।