भाई बहन की मौत में 22 पेज का सुसाइड नोट मिला
अंजलि ने लिखा कि आपको पापा कहना अच्छा नहीं, मुझे व भाई की लाश को छूना भी मत
मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ) गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश)। गाजियाबाद के गोविंदपुरम में रहने वाले इंटेलिजेंस के जवान अविनाश ने अपनी बहन अंजलि के साथ 31 जुलाई को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी। दोनों ने सल्फास की गोलियां खाई थी। पुलिस की जांच में सामने आया था की सौतेली मां से विवाद और ग्रह कलेश के चलते दोनों ने सुसाइड किया। अब पुलिस को अंजलि के घर से उनकी डायरी में लिखा 22 पेज का सुसाइड नोट मिला है। अंजलि ने अपनी और अपने भाई की मौत के मामले में अपनी सौतेली मां और पिता सुखबीर सिंह को मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
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अंजलि ने लिखा है कि हमारी मौत के जिम्मेदार मिस रितु (सौतेली मां )और मिस्टर सुखबीर सिंह (पिता) हैं। मेरे खाते में पड़े पैसे और पीएफ का हकदार महिम (दोस्त) होगा और मेरी चिता को भी मिस रितु और मिस्टर सुखवीर सिंह हाथ न लगायें। हालांकि दोनों का अंतिम संस्कार हिंडौन स्थित श्मशान घाट पर किया गया। अंजलि ने अपनी डायरी में लिखा है कि मेरी चिता को आग केवल दोस्त महिम ही देगा। अंजलि ने सुसाइड नोट के पन्नों की फोटो अपने पिता सुखबीर सिंह, सौतेली मां रानी, मौसा अनिल सिंह और मौसी रेखा रानी को व्हाट्सएप पर भेजी है।
अंजलि ने लिखा है कि समाज के रीति रिवाज और खोकली शान के लिए पिता सुखबीर सिंह और उनकी मां रितु उनका मानसिक उत्पीड़न करते रहे हैं। रितु देवी की चतुराई के सामने सुखबीर सिंह का अपनी सफाई देना बिल्कुल बेईमानी है। क्योंकि पिता तो सौतेली मां पर विश्वास करते हैं। अंजलि ने आगे लिखा कि पापा का काम बच्चों को सिर्फ जन्म देना है और केवल स्कूल की फीस भरना ही नहीं होता, उसके साथ समय बिताना, उनकी इच्छा पूरी करना भी होता है। मेरे भाई अविनाश ने मेहनत करके सरकारी नौकरी पाई है। उसका भी इतना शोषण किया है, कि वह अपने दोस्तों के साथ कहीं घूमने भी नहीं जा सकता। उसने अपने पैसों से बुलेट बाइक खरीदी, उसके बाद भी सौतेली मां ने हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया और पापा भी अपनी दूसरी पत्नी का ही पक्ष लेते थे। हमारी कभी एक नहीं सुनी।
सुखबीर सिंह आपको पापा कहना अच्छा नहीं लगता, तुम्हें अधिकार नहीं है मेरे शव को छूने का, तुमने अपनी दूसरी शादी के लिए अपने ही बच्चों की खुशियों का गला घोट दिया है। आपको अपनी पत्नी मुबारक। सुसाइड नोट में अंजलि ने बगैर मां के जीना मुश्किल बताया साथ ही मामा देवेंद्र और मौसी अनिल को संबोधित कर लिखा है कि आप लोग रिश्तेदार हो लेकिन आज तक आप लोगों ने हमारा हाल नहीं जाना। अनिल मौसा के लिए लिखा है कि उनकी बेटी काफी अच्छी है। मेरे चरित्र पर सवाल उठे और पापा चुप रहे। अंजलि ने सुसाइड नोट में लिखा है की सौतेली मां ने मेरे चरित्र पर सवाल उठाए बदनाम किया और बुरा भला कहा ऐसे में भी मेरे पापा चुपचाप रहे और मेरी एक न सुनी । कुछ लोग कहेंगे कि मैं बुरी हूं और अपने माता-पिता के बारे में ऐसा लिख रही हूं। मुझे पता है की सौतेली मां के साथ 16 साल कैसे बिताये हैं उसका दर्द मेरे सिवा मेरे भाई को भी पता है।
डायरी के पेज मत फाढ़ना मैं अकेले मारती तो चरित्र पर सवाल उठाते, इसलिए मैं और भाई अविनाश ने दोनों ने एक साथ करने की कसम खाई। इसलिए डायरी पर लिखा यह पेज मत फाड़ना, क्योंकि उनकी फोटो खींचकर मैंने कई लोगों को भेज दी है। तुम्हारी चतुराई पकड़ी जाएगी। मैं अकेली मारती तो मेरे चरित्र पर सवाल उठता। हम दोनों भाई बहन मानसिक तनाव में है। अंजलि ने लिखा की दोस्त मुहिम अब सब कुछ तेरे हवाले, मैं अब दुनिया छोड़कर जा रही हूं। मुझे व भाई के शव को तू ही मुखाग्नि देना। मेरे माता-पिता और अन्य को शव को हाथ नहीं लगाने देना। तुम मेरे शुभचिंतक हो तुम्हें कुछ गिफ्ट करना चाहती हूं। मेरे खाते के सारे पैसे तुम रख लेना। यह मेरा छोटा सा सपोर्ट है। तुम मेरे खाते के पैसे h352 मकान में रहने वालों को दे देना और मेरी पॉलिसी भी बाकी सब तेरा है। मैं घर की कलह झेल नहीं पा रही हूं।
एक रिश्तेदार ने बताया की महिम अंजलि का ग्राफिक डिजाइनर दोस्त है और दोनों ने पार्टनरशिप में काम किया है। अंजलि 4 साल से नोएडा की रैनविक एक्सपोर्ट कंपनी में बतौर टीम लीडर नौकरी करती थी। जबकि अविनाश सेंट्रल इंटेलिजेंस दिल्ली में तैनात थे। गाजियाबाद के गोविंदपुरम में रहने वाले इंटेलिजेंस में तैनात अविनाश और उनकी बहन अंजलि की आत्महत्या के बाद हापुड़ निवासी मामा देवेंद्र ने कवि नगर थाने में तहरीर दी है।
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देवेंद्र सिंह का आरोप है कि अविनाश और अंजलि की मां कमलेश की भी मौत जहरीला पदार्थ खाने से हुई थी। आरोप है कि उनकी बहन की मौत बहनोंई के प्रेम संबंधों का विरोध करने पर हुई थी। आगे आरोप लगाया कि वैज्ञानिक सुखबीर सिंह जो गोवा में तैनात है। उनके एक दूसरी महिला से अवैध संबंध थे। कमलेश की मौत के 1 वर्ष बाद ही उनके बहनोई ने अपनी प्रेमिका से शादी कर ली और घर ले आए। दोनों उनके भांजे अविनाश और भांजी अंजलि का शोषण करने लगे, इसी के चलते भाई-बहन ने सल्फास की गोली खाकर आत्महत्या कर ली है।