बीएचयू में पेड़ों की अवैध कटाई का मामला, एनजीटी कल करेंगी सुनवाई।

वन विभाग ने परिसर में जांच के दौरान पाया कि जहां चंदन के पेड़ थे वहां 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इसके बावजूद चोरी होने का दावा किया गया है। इस मामले में संदेह उत्पन्न हो रहा है।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। BHU में पेड़ों के अवैध कटाई का मामला सामने आया है। जिसमें वन विभाग द्वारा दिए गए अनुमति से अधिक पेड़ काटे गए हैं। वन विभाग की जानकारी में पाया गया है कि BHU को 135 पेड़ों की कटाई की अनुमति थी। परंतु परिसर में कल 161 पेड़ काट दिए गए। इस कटाई में चंदन के साथ पेड़ों को भी अवैध रूप से काटा गया है। राष्ट्रीय हरित  अधिकरण 11 नवंबर को इसकी सुनवाई करेंगी।

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वाराणसी के मंडलीय वन अधिकारी ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण को सूचित किया कि BHU के 1,300 एकड़ में पहले परिसर में हुए इस कटाई के दौरान विभिन्न प्रकार के पेड़ों के साथ चंदन के पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। BHU प्रशासनने दावा किया है कि चंदन के पेड़ों को 13 अक्टूबर को चोरी कर लिया गया था और सारी लकड़ी गायब पाई गई है। इस संबंध में BHU के सहायक सुरक्षा अधिकारी द्वारा वाराणसी के लंका थाने में एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। हालांकि इसमें चंदन के पेड़ों का कोई उल्लेख नहीं है।

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वन विभाग ने परिसर में जांच के दौरान पाया गया है कि जहां चंदन के पेड़ थे, वह 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं और सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इसके बावजूद चोरी होने का दावा किया गया है। इसके अलावा, प्रवेश द्वार पर भी सुरक्षा की व्यवस्था थी। जिससे इस मामले में संदेह उत्पन्न हो रहा है। अवैध कटाई के इस मामले पर वन विभाग ने विश्वविद्यालय के कुल सचिव के खिलाफ भी 22 अन्य पेड़ के अवैध कटाई के आरोप में भी मामला दर्ज करवाया है। एनजीटी में इस प्रकरण पर 11 नवंबर को अगली सुनवाई होनी है।