क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन समेत 18 रिश्तेदार को बनाया मनरेगा मजदूर, सरकार ने हाई कोर्ट में दाखिल किया जवाब

अमरोहा के डीएम के आदेश पर मनरेगा मजदूर कार्ड बनाने के मामले में जोया ब्लाक के बीडीओ लोकचंद ग्राम पंचायत अधिकारी पृथ्वी सिंह, अंजुम, हुमा परवीन, लेखाकार, विजेंद्र सिंह, कंप्यूटर ऑपरेटर मनरेगा शराफत अली, तकनीकी सहायक अजय निमेश, तत्कालीन एपीओ बृजभान सिंह, और ग्राम रोजगार सेवक सिंह के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कराया गया था।

क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन समेत 18 रिश्तेदार को बनाया मनरेगा मजदूर , सरकार ने हाई कोर्ट में दाखिल किया जवाब 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : प्रयागराज , उत्तर प्रदेश।

इलाहाबाद हाईकोर्ट में क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना, बहनोई गज़नबी व परिवार के अन्य सदस्यों समेत 18 लोगों को मनरेगा मजदूर दर्शाने के मामले में मंगलवार को सरकार ने अपना जवाब दाखिल कर दिया।

अब याची अधिवक्ता प्रत्युत्तर दाखिल करेंगे। इस मामले में 12 मई को सुनवाई होंगी।

यह भी पढ़ें – शादी में आई 6 साल की बच्ची से दुष्कर्म, हालत गंभीर, परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में कराया भर्ती

आपको बता दें कि अमरोहा के डीएम के आदेश पर मनरेगा मजदूर कार्ड बनाने के मामले में जोया ब्लाक के बीडीओ लोकचंद ने तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी पृथ्वी सिंह,

अंजुम, हुमा परवीन,

लेखाकार विजेंद्र सिंह,

कंप्यूटर ऑपरेटर मनरेगा शराफत अली,

तकनीकी सहायक अजय निमेश,

तत्कालीन एपीओ बृजभान सिंह,

ग्राम रोज़गार सेवक झम्मन सिंह के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कराया गया।

सभी आरोपियों पर विश्वास घात करने का आरोप है।

डीएनए सभी कर्मचारियों को निलंबित भी कर दिया है।

पृथ्वी सिंह, हुमा परवीन, अंजुम व अन्य ने दर्ज मुकदमें को रद्द करने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है।

गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को मेल के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है।

मेल भेजने वाले ने एक करोड़ रुपए की भी डिमांड की थी। मोहम्मद शमी भाई हसीब ने मुक़दमा दर्ज़ कराया है। साइबर सेल ने एफआईआर दर्ज़ कर जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें – INDIA UK FTA DEAL फाइनल : पीएम मोदी बोले – “ऐतिहासिक मील का पत्थर” जानें भारत को क्या फायदा?