शीतला माता मंदिर में दलित बुजुर्ग से जमीन पर गिरे पानी को चटवाया,पेशाब करने का आरोप भी लगाया
राजधानी लखनऊ के शीतला माता मंदिर समिति से संबद्ध स्वामीकांत ने एक दलित बुजुर्ग के पास गिरे हुए पानी को पेशाब बताया। बुजुर्ग दलित को गालियां दी,और मंदिर की धुलाई भी करवाई।इसके साथ ही जमीन पर गिरे हुए पानी को बुजुर्ग को चाटने पर मजबूर किया।
- शीतला माता मंदिर में दलित बुजुर्ग से जमीन पर गिरे पानी को चटवाया,पेशाब करने का आरोप भी लगाया
रिपोर्ट : आयुष पांडेय : लखनऊ : यूपी :यूपी के राजधानी लखनऊ में काकोरी मोहल्ला हाता मोहम्मद हजरत साहब में स्थित शीतला माता मंदिर में एक दलित बुजुर्ग से पानी का लोटा फिसल गया।आरोप लगा है कि मंदिर समिति से संबद्ध स्वामीकांत उर्फ पम्मू गुप्ता की नजर जब जमीन पर गिरे हुए पानी पर पड़ी तो उन्होंने दलित बुजुर्ग पर पेशाब करने का आरोप लगाते हुए उन्हें भद्दी भद्दी गालियां दी। उनसे मंदिर परिसर की धुलाई कार्रवाई।इसके साथ ही जमीन पर गिरे पानी को बुजुर्ग को चाटने पर मजबूर कर दिया।इस मामले की जानकारी जैसे ही पुलिस को मिली।पुलिस ने तत्काल एक्शन लेते हुए बुजुर्ग को जमीन पर गिरे पानी को चाटने पर मजबूर करने वाले स्वामीकांत उर्फ पम्मू Circle को गिरफ्तार कर लिया,और उन पर शांति भंग की धाराएं लगा उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
- पीड़ित दलित बुजुर्ग रामपाल ने मंदिर परिसर में उनके साथ हुए व्यवहार के बारे में बताया
दलित बुजुर्ग रामपाल के अनुसार वह सोमवार को सायं काल सात बजे के करीब मंदिर परिसर में गए हुए थे।उनसे पानी पीते समय हाथ से लोटा जमीन पर गिर गया।इससे वहां पानी चारों तरफ फैल गया। इसी समय वहां से जा रहे स्वामीकांत ने गिरे हुए पानी को पेशाब जानकर बुजुर्ग को डाटा फटकारा।उनके विरोध करने पर उन्हें भद्दी भद्दी गालियां दी।जब बुजुर्ग ने उनको बताया कि जमीन पर गिरा हुआ पानी पेशाब नहीं है,तो उन्हें उसको चाटने पर मजबूर कर दिया।
दलित बुजुर्ग रामपाल के अनुसार जमीन पर गिरा हुआ पानी पेशाब नहीं था।इसलिए उन्होंने फर्श पर गिरे हुए पानी को चाट लिया। इसके बावजूद भी स्वामिकांत का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ। उन्होंने बुजुर्ग से मंदिर परिसर की धुलाई भी कार्रवाई,और उनको धमकी देकर वहां से भगा दिया।
आपको बता दें कि मंदिर समिति से संबद्ध स्वामिकांत के व्यवहार से क्षुब्ध होकर रामपाल पुलिस से शिकायत करने थाने पहुंचे।वहां उन्होंने पुलिस को शिकायती तहरीर दी। एसीपी काकोरी शकील अहमद ने मीडिया को बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है। आरोपी के विरुद्ध शांति भंग की कार्रवाई करने के बाद उसे गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
- आरोपी ने सभी आरोपों को निराधार बताया कहा पेशाब करने से मना किया तो गलत फंसा दिया
स्वामीकांत ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उनके ऊपर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं।रामपाल ने नशा कर रखा था,और मंदिर परिसर में पेशाब कर रहा था।उसे केवल ऐसा करने से मना किया था। पेशाब चाटने पर मजबूर करने की बात और मंदिर परिसर की धुलाई करवाना सब निराधार आरोप है।उन्हें किसी गहरी साजिश के तहत फसाया जा रहा है।