दुर्गूपुर में आयोजित हुआ ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’, किसानों को दी गई आधुनिक खेती की जानकारी

वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को प्राकृतिक, विष मुक्त खेती व सरकारी योजनाओं के लाभ के प्रति किया जागरूक

  • दुर्गूपुर में आयोजित हुआ ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’, किसानों को दी गई आधुनिक खेती की जानकारी
  • वैज्ञानिकों और कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को प्राकृतिक, विष मुक्त खेती व सरकारी योजनाओं के लाभ के प्रति किया जागरूक

रिपोर्ट : महेश अग्रवाल : पयागपुर। बहराइच जिले के हुजूरपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत दुर्गूपुर में रविवार को ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, प्राकृतिक खेती, सरकारी योजनाओं और जल संरक्षण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी दी। सैकड़ों किसान इस अभियान में शामिल हुए और अपने अनुभव साझा कर विशेषज्ञों से सीधे संवाद किया।

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'Developed Krishi Sankalp Abhiyan' organized in Durgupur, information about modern farming given to farmer
फोटो : कार्यक्रम को संबोधित करते कृषि वैज्ञानिक

ग्राम पंचायत दुर्गूपुर में शनिवार को आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ का शुभारंभ संयुक्त कृषि निदेशक अनिल कुमार सागर ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में किसान यदि वैज्ञानिक पद्धति और उन्नत तकनीकों को अपनाएं, तो अपनी आय को दोगुना कर सकते हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे पारंपरिक खेती के साथ-साथ प्राकृतिक खेती की ओर भी कदम बढ़ाएं।

बुवाई से पहले मिट्टी की जाँच जरुरी

उप कृषि निदेशक विनय कुमार वर्मा ने बताया कि जिले के 153 ग्राम पंचायतों में इस अभियान के अंतर्गत वैज्ञानिकों के साथ गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। इसका उद्देश्य यह है कि किसान खरीफ फसलों की बुवाई से पहले सही तकनीक, बीज का चुनाव, समय पर बुवाई और मिट्टी जांच जैसे पहलुओं की जानकारी लेकर खेती करें। उन्होंने कहा कि किसानों को विष मुक्त खेती अपनानी चाहिए और रासायनिक खादों का प्रयोग कम से कम करना चाहिए, जिससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहे और उत्पादन भी सेहतमंद हो।

53 खेत तालाब बनाने का लक्ष्य

भूमि संरक्षण अधिकारी श्री सौरभ वर्मा ने बताया कि इस साल जिले को 53 खेत तालाब बनाने का लक्ष्य मिला है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इसकी बुकिंग प्रक्रिया शुरू होने वाली है और किसानों को इस योजना का लाभ लेने के लिए आगे आना चाहिए।

उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी (कैसरगंज) शिशिर कुमार वर्मा ने किसानों को ‘कृषक उत्पादक संगठन’ (FPO) बनाकर सामूहिक खेती और बाजार में अच्छे दाम प्राप्त करने के उपाय बताए।

वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. संदीप कुमार, डॉ. अरुण कुमार राजभर, और वरिष्ठ प्राविधिक सहायक श्री रवि शुक्ला ने भी किसानों को फसल प्रबंधन, जैविक उर्वरक, बीज संरक्षण, जल संचयन आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी।

किसानों ने साझा किए अनुभव

'Developed Krishi Sankalp Abhiyan' organized in Durgupur, information about modern farming given to farmer
फोटो : कार्यक्रम को संबोधित करते कृषि वैज्ञानिक एवं मौजूद कृषक

इस अवसर पर प्रगतिशील किसान राम जस, मुन्ना लाल वर्मा, हंसराम यादव, दिनेश कुमार मौर्य – ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे सरकारी योजनाओं और वैज्ञानिक तकनीकों ने उनकी खेती को बदल दिया। किसानों ने कृषि अधिकारियों से अपनी समस्याएं भी साझा कीं और समाधान प्राप्त किया।

‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के जरिए किसानों को न केवल वैज्ञानिक खेती की जानकारी मिली, बल्कि उन्हें अपनी आय बढ़ाने और लागत घटाने के प्रभावी उपाय भी सीखने को मिलेगा। यह अभियान जिले के कृषकों के लिए एक नई शुरुआत और सकारात्मक दिशा में बढ़ता कदम है।

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