डीएम व एसपी ने किया महाराजा सुहेल देव स्मारक स्थल का निरीक्षण, दिए साफ-सफाई और सुंदरता बढ़ाने के निर्देश
चित्तौरा झील परियोजना का जायजा लेते हुए विकास कार्यों में तेजी और हरियाली बढ़ाने पर ज़ोर
- डीएम व एसपी ने किया महाराजा सुहेल देव स्मारक स्थल का निरीक्षण, दिए साफ-सफाई और सुंदरता बढ़ाने के निर्देश
- चित्तौरा झील परियोजना का जायजा लेते हुए विकास कार्यों में तेजी और हरियाली बढ़ाने पर ज़ोर
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। जिले में पर्यटन और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों के विकास की दिशा में तेजी लाते हुए देर शाम जिलाधिकारी मोनिका रानी और पुलिस अधीक्षक राम नयन सिंह ने चित्तौरा झील के तट पर स्थित ऐतिहासिक महाराजा सुहेल देव स्मारक स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण की शुरुआत महाराजा सुहेल देव जी की अश्वारोही प्रतिमा को नमन कर की गई।
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जिलाधिकारी और एसपी ने स्मारक स्थल के साथ-साथ झील परिसर में चल रही निर्माण परियोजनाओं जैसे मंदिर, घाट, मूर्ति, भव्य प्रवेश द्वार, पार्किंग स्थल और बाउंड्रीवाल आदि कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने कार्यदायी संस्थाओं — सी एंड डीएस तथा राजकीय निर्माण निगम को निर्देशित किया कि परिसर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही, ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पौधों में नियमित रूप से पानी दिया जाए और उनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगवाना अनिवार्य किया जाए।
स्नानघाट के निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि झील और आसपास के इलाकों में स्वच्छता के बेहतर इंतज़ाम किए जाएं, ताकि आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
डीएम मोनिका रानी ने सुझाव दिया कि स्मारक स्थल और इसके आस-पास के परिसर को विभिन्न प्रकार के पौधों और हरियाली से सजाया जाए, ताकि यह स्थान पर्यटकों के लिए न केवल ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण बने, बल्कि प्राकृतिक सुंदरता से भी सुसज्जित रहे। उन्होंने कहा कि यह स्थल आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का केंद्र है, इसलिए इसे स्वच्छ, सुरक्षित और आकर्षक बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है।
निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए और समयबद्ध ढंग से कार्य पूर्ण करने पर ज़ोर दिया गया।
स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि जिले का यह गौरवशाली स्थल जल्दी ही विकसित होकर एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।
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