बहराइच में कटान निरोधक परियोजनाओं का डीएम ने किया निरीक्षण, 5 जून तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश… देखें Video
सरयू नदी के किनारे हो रहे कटान से गांवों को बचाने के लिए दो परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण, जिलाधिकारी मोनिका रानी ने दी समयसीमा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की हिदायत
- बहराइच में कटान निरोधक परियोजनाओं का डीएम ने किया निरीक्षण, 5 जून तक कार्य पूर्ण करने के निर्देश
- सरयू नदी के किनारे हो रहे कटान से गांवों को बचाने के लिए दो परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण, जिलाधिकारी मोनिका रानी ने दी समयसीमा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने की हिदायत
रिपोर्ट: अतुल त्रिपाठी : बहराइच। यूपी क़े बहराइच जिले में सरयू नदी के किनारे बाढ़ और कटान से प्रभावित गांवों की सुरक्षा के लिए चल रही कटान निरोधक परियोजनाओं का जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बुधवार को स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अभियंताओं को 5 जून 2025 तक सभी कार्यों को हर हाल में पूर्ण कराने के निर्देश दिए, ताकि ग्रामीणों को बाढ़ और कटाव से समय रहते सुरक्षा मिल सके।
तहसील नानपारा के ग्राम समूहों की सुरक्षा पर जोर

डीएम मोनिका रानी ने तहसील नानपारा के अंतर्गत सरयू नदी के बाएं तट पर स्थित ग्राम पतरहिया, बोटनपुरवा, बगियापुरवा और भगईदासपुरवा में चल रही कटाव निरोधक परियोजना का जायजा लिया। इस परियोजना की लागत 445 लाख रुपये है और इसका कार्य 5 अप्रैल से प्रारंभ हुआ था।
अधीक्षण अभियंता जे.पी. वर्मा ने जानकारी दी कि परियोजना के तहत कुल 800 मीटर लंबाई में जियो-बैग से स्लोप पिचिंग (दो परतों में) और 985 मीटर में परक्यूपाइन स्ट्रक्चर के अंदर कटाव निरोधक सामग्री भरने का कार्य प्रस्तावित है, जिसमें से 350 मीटर कार्य पूर्ण हो चुका है।
डीएम ने स्लोप पिचिंग की लंबाई की स्वयं जांच कराई, जो सही पाई गई। उन्होंने निर्देश दिया कि हर हाल में कार्य को 5 जून तक गुणवत्ता सहित पूरा किया जाए।
दूसरी परियोजना का निरीक्षण
इसके बाद डीएम ने ग्राम सरैया, महौली शेर खां, भौरहवा, तकिया, गुरहवा और मुन्नीपुरवा में भी कटाव निरोधक कार्यों का निरीक्षण किया। इस परियोजना की लागत 417.30 लाख रुपये है, जिसका कार्य भी 5 अप्रैल से शुरू हुआ था।
यहां पर 910 मीटर लंबाई में जियो-बैग की दो परतों से स्लोप पिचिंग और तीन पंक्तियों में परक्यूपाइन स्ट्रक्चर लगाने का प्रस्ताव है। इसमें 490 मीटर कार्य पूर्ण हो चुका है यानी लगभग 40 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
डीएम ने निर्देशित किया कि मैनपावर और संसाधनों में वृद्धि कर कार्य को समयसीमा के भीतर पूरा किया जाए। संवेदनशील स्थानों पर जियो ट्यूब का उपयोग करते हुए भी निरोधक कार्य सुनिश्चित करने की बात कही।
ग्रामवासियों से संवाद और योजनाओं की समीक्षा
निरीक्षण के दौरान डीएम ने संबंधित गांवों के लोगों से गत वर्ष बाढ़ से हुई क्षति, मुआवजे के भुगतान, आवास, पेंशन, राशन, शौचालय, शिक्षा और पंचायत सेवाओं के संबंध में फीडबैक लिया। उन्होंने मौके से ही जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि पंचायत सचिवालय नियमित रूप से खुले और ग्राम सचिव गांव में बैठकर सेवाएं दें।
इस दौरान बाढ़ खंड के सहायक अभियंता विशाल और अवर अभियंता आशुतोष शर्मा भी मौजूद रहे।
गौरतलब हो कि जिलाधिकारी मोनिका रानी का यह निरीक्षण सरयू नदी किनारे रहने वाले हजारों ग्रामीणों के लिए राहत का संकेत है। यदि परियोजनाएं तय समय पर पूरी होती हैं तो यह क्षेत्र बाढ़ और कटाव की त्रासदी से काफी हद तक सुरक्षित हो सकेगा।