बहराइच में पोषण ट्रैकर पर धीमी प्रगति पर डीएम सख्त, नवाबगंज सीडीपीओ को मुख्यालय से किया सम्बद्ध
पोषण ट्रैकर फेस ऑथेंटिकेशन में नवाबगंज की खराब प्रगति पर कार्रवाई, शुक्रवार तक सुधार न होने पर होगी सख्त विभागीय कार्यवाही
- बहराइच में पोषण ट्रैकर पर धीमी प्रगति पर डीएम सख्त, नवाबगंज सीडीपीओ को मुख्यालय से किया सम्बद्ध
- पोषण ट्रैकर फेस ऑथेंटिकेशन में नवाबगंज की खराब प्रगति पर कार्रवाई, शुक्रवार तक सुधार न होने पर होगी सख्त विभागीय कार्यवाही
बहराइच। बहराइच ज़िले में पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से चल रहे फेस ऑथेंटिकेशन मॉड्यूल की समीक्षा बैठक के दौरान नवाबगंज ब्लॉक की प्रगति असंतोषजनक पाई गई। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सख्त रवैया अपनाते हुए नवाबगंज के सीडीपीओ सुशील कुमार को तत्काल प्रभाव से मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया।
इस पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने नाराजगी जताते हुए नवाबगंज सीडीपीओ सुशील कुमार को मुख्यालय से सम्बद्ध कर दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी मुख्य सेविकाओं को शुक्रवार तक सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रगति नहीं हुई, तो कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
डीएम का सख्त संदेश
डीएम ने निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पंचायत सहायकों के सहयोग से लाभार्थियों को प्रेरित किया जाए कि वे फेस ऑथेंटिकेशन और ई-केवाईसी अनिवार्य रूप से कराएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि लाभार्थी ऐसा नहीं करते हैं, तो पोषाहार वितरण रोका जा सकता है।
भविष्य की तैयारी
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार 1 जुलाई 2025 से पोषण ट्रैकर पर फीडिंग अनिवार्य होगी। 1 जुलाई 2025 से THR (Take Home Ration) वितरण के लिए फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) अनिवार्य किया जाएगा। जबकि 1 अगस्त 2025 से सभी लाभार्थियों के पंजीकरण में FRS लागू किया जाएगा।
इस समीक्षा बैठक में जिला विकास अधिकारी राज कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी राज कपूर, सभी सीडीपीओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।