परिजनों के मना करने पर भी डॉक्टरों ने किया इलाज युवती की हुई मौत

परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा डॉक्टरों से यह कहने की अगर मर्ज समझ में ना आए तो इलाज मत करो,लेकिन उन्हें डांट डपट कर रोगी का जबरन इलाज किया गया,और बाद में मरीज की मृत्यु हो गई।

 

  • परिजनों के मना करने पर भी डॉक्टरों ने किया इलाज युवती की हुई मौत
  • परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा डॉक्टरों से यह कहने की अगर मर्ज समझ में ना आए तो इलाज मत करो,लेकिन उन्हें डांट डपट कर रोगी का जबरन इलाज किया गया,और बाद में मरीज की मृत्यु हो गई।

रिपोर्ट : बाबूलाल सक्सेना : गोरखपुर : यूपी में गोरखपुर के गोला बाजार थाना क्षेत्र मे ग्राम पंचायत लाही दाढ़ी जानीपुर मे राम पलट की 18-20 वर्ष के मध्य की पुत्री बबली को स्थानीय स्व मदन सिंह मैमोरियल अस्पताल गोरखपुर में,उसके पेट में दर्द उठने के बाद इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था।परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा डॉक्टरों से यह कहने कि अगर मर्ज समझ में ना आए तो इलाज मत करो,’लेकिन उन्हें डांट डपट कर रोगी का जबरन इलाज किया गया।

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  • जानीपुर चौराहे पर स्थित स्व मदन सिंह मेमोरियल अस्पताल गोरखपुर का मामला 

आपको बता दें कि दिनांक 27, बुधवार की सुबह करीब चार बजे स्थानीय जानीपुर चौराहे पर स्थित स्व मदन सिंह मेमोरियल अस्पताल गोरखपुर मे राम पलट की पुत्री बबली के पेट में दर्द उठने के बाद उनके परिजन इलाज के लिए लेकर आए थे परिजनों ने बताया कि उन्होंने डॉक्टर से कहा यदि रोग समझ में ना आए तो इलाज मत करो लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें डांट डपट कर मरीज बबली का इलाज कर दिया। डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि इसको नखरे वाली बीमारी हुई है। दवा दे दिया हूं।घबराओ नहीं जल्द ठीक हो जाएगी।

  • मरीज की तबीयत अचानक बिगड़ी फिर हमेशा के लिएउठ ना सकी 

बताते चलें कि समय बीतने के साथ मरीज की तबीयत बिगड़ती जा रही थी।फिर हम लोगों ने डॉक्टर के पास जाकर रोगी की गंभीर हालत के बारे में बताया।इसके पश्चात् डॉक्टरों ने मरीज को आकर जांच की और बताया कि रोगी की हालत सीरियस है।इसे गोरखपुर मुख्य अस्पताल भेजना पड़ेगा। इसके साथ ही आनन फानन में मरीज को एंबुलेंस मैं बैठा कर गोरखपुर हॉस्पिटल भेजने लगे लेकिन हम लोगों को रोगी की मौत हो जाने की शंका हुई, और मरीज गोरखपुर जाने से रोक दिया।

  • परिवार वालों ने डॉक्टरों पर लगाया गुमराह करने का आरोप उनके बेटी की मौत हो चुकी थी और वह उसे गोरखपुर रेफर कर रहे थे

आपको आगे बताएं जबकि मरीज के परिवार वालों का कहना है कि उनकी बेटी की मौत अस्पताल में ही हो चुकी थी।डॉक्टर उसे बहाना बनाकर गोरखपुर के लिए भेजना चाहते थे। जिससे उनके ऊपर किसी तरह का आरोप न लगने पाए।लेकिन परिजनों के हंगामा काटने पर डॉक्टरों ने कहा इसे करैत सांप ने काट लिया है। आप लोगों ने यह बात पहले नहीं बताई,और फिर मरीज के शव को अस्पताल के एंबुलेंस से उनके घर भेज दिया।

  • पुलिस ने युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा

जैसे ही युवती की मृत्यु सांप के काटने से हुई है। यह बात पुलिस को पता चली। पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई,और शव को अपने कब्जे में ले लिया।इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए उसे गोरखपुर मर्चरी हाउस भेज दिया।

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