डीपीआरओ ने गिरधरपुर और किशुनपुर माफी पंचायत भवनों का किया औचक निरीक्षण

कार्य में लापरवाही, अनुपस्थित उपकरण, और सफाई व्यवस्था पर जताई गंभीर चिंता, दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

  • डीपीआरओ ने गिरधरपुर और किशुनपुर माफी पंचायत भवनों का किया औचक निरीक्षण
  • कार्य में लापरवाही, अनुपस्थित उपकरण, और सफाई व्यवस्था पर जताई गंभीर चिंता, दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

शक्ति सिंह : बहराइच। यूपी के बहराइच जिले में स्थापित पंचायत भवनों की स्थिति और कार्यप्रणाली का जायज़ा लेने के लिए जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) सर्वेश कुमार पाण्डेय ने गिरधरपुर (ब्लॉक बलहा) और किशुनपुर माफी (ब्लॉक चित्तौरा) पंचायत भवनों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई अनियमितताएं और लापरवाहियां उजागर हुईं, जिस पर संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए।

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गिरधरपुर पंचायत भवन निरीक्षण

DPRO conducted surprise inspection of Girdharpur and Kishunpur Mafi Panchayat buildings
फोटो : निरीक्षण करते हुए डीपीआरओ

निरीक्षण के समय डीपीआरओ के साथ सहायक विकास अधिकारी (पं.) बलहा राजेश कुमार चौधरी, ग्राम पंचायत सचिव प्रभात कुमार, पंचायत सहायक संगीता यादव और अन्य ग्रामीण मौजूद रहे। निरीक्षण में पाया गया:

  • पंचायत सहायक संगीता यादव कार्य के प्रति अनभिज्ञ पाई गईं।
  • कंप्यूटर प्रधान के घर पर रखा मिला, जो नियमों का उल्लंघन है।
  • सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि उन्हें दो क्लस्टर आवंटित हैं, जिससे वे रोज पंचायत भवन में उपस्थित नहीं हो पाते।
  • डीपीआरओ ने निर्देश दिए कि सभी पंचायतों में रोस्टर बना कर सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा करें और उसके अनुसार उपस्थिति सुनिश्चित करें।

 सफाई कर्मी का वेतन रोकते हुए जवाब तलब 

ग्रामीण आत्माराम ने शिकायत की कि गांव की नालियां जाम हैं और सफाई कर्मी नियमित सफाई नहीं करता। इस पर संबंधित सफाई कर्मी का मई माह का वेतन रोकने और कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया गया।

किशुनपुर माफी पंचायत भवन निरीक्षण

यहां निरीक्षण के दौरान पंचायत भवन खुला मिला और सहायक रूपा देवी उपस्थित थीं, परंतु कई गंभीर खामियां पाई गईं:

  • भवन में पर्याप्त सफाई नहीं,
  • कंप्यूटर व अन्य उपकरण अनुपस्थित,
  • बिजली कनेक्शन नहीं,
  • बाउंड्री वॉल और उपयोगी शौचालय का अभाव,
  • सचिव कक्ष में मोटी धूल और सचिव का नाम गलत अंकित पाया गया।

DPRO conducted surprise inspection of Girdharpur and Kishunpur Mafi Panchayat buildings
डीपीआरओ ने सचिव को 15 दिन में सभी कमियां दूर करने का निर्देश दिया। साथ ही, एडीओ पंचायत चित्तौरा को एक सप्ताह में पुनः निरीक्षण कर रिपोर्ट देने और स्वयं 15 दिन बाद दोबारा निरीक्षण करने की घोषणा की। यदि खामियां बनी रहीं, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

डीपीआरओ का यह निरीक्षण ग्रामीण प्रशासन में पारदर्शिता और कार्य संस्कृति की ज़रूरत को उजागर करता है। समयबद्ध सुधार और जिम्मेदारी तय करना ही पंचायत स्तर पर सुशासन का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

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