फ़िरोज़ाबाद में इंडियन बैंक में घोटाले का खुलासा, बैंक मैनेजर और कैशियर ग्राहकों का पैसा ब्याज पर देते थे

अगर पुलिस अधीक्षक देहात अखिलेश भदोरिया ने सोमवार को एक कांफ्रेंस में बताया कि 27 मार्च को इंडियन बैंक के अंचल प्रमुख तरुण कुमार बिश्नोई ने बैंक के शाखा के तत्कालीन मैनेजर राघवेंद्र सिंह और तत्कालीन केसर जयप्रकाश सिंह के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कराया गया था। तहरीर में अंचल प्रमुख ने बताया था कि राघवेंद्र और जयप्रकाश सिंह ने अपने पद पर रहते हुए धोखाधड़ी की थी।

फ़िरोज़ाबाद में इंडियन बैंक में घोटाले का खुलासा, बैंक मैनेजर और कैशियर ग्राहकों का पैसा ब्याज पर देते थे

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : फ़िरोज़ाबाद , (उत्तर प्रदेश )

जिले में इंडियन बैंक की जसराना शाखा में हुए एक करोड़, 86 लाख रुपए के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज़ होने के बाद पुलिस ने सोमवार को तत्काल में बैंक के कैशियर समेत पांच लोगों को गिरफ़्तार किया है।

इस गबन के पीछे की जो कहानी है, वह बड़ी चौंकाने वाली है। पुलिस के मुताबिक, इस बैंक के तत्कालीन मैनेजर और कैशियर कुछ अन्य खाता धारकों की मदद से पैसों को ब्याज पर देते थे। इस पैसे को कई बड़े ठेकेदार लेते थे और ब्याज का पैसा बैंक मैनेजर और कैशियर अपनी जेब में रख रहे थे।

अपर पुलिस अधीक्षक देहात अखिलेश भदोरिया ने सोमवार को एक कॉन्फ्रेंस बताया कि 27 मार्च को इंडियन बैंक के अंचल प्रमुख तरुण कुमार बिश्नोई ने बैंक के तत्कालीन  मैनेजर राघवेंद्र सिंह और तत्कालीन कैशियर जयप्रकाश सिंह के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज़ कराया था।

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तहरीर में अंचल प्रमुख ने बताया था कि राघवेंद्र सिंह और जयप्रकाश सिंह ने अपने पद पर रहते हुए धोखा थोड़ी कर एक करोड़, 86 लाख, 97 हज़ार, 900 रुपए का गबन कर लिया है।

एएसपी ने बताया कि पुलिस ने मुक़दमा दर्ज़ करने के बाद जब छानबीन की, तो मामला सामने आया कि बैंक के 91 खाताधारकों से धोखाधड़ी हुई है‌।

इस पूरे गैंग में मैनेजर राघवेंद्र सिंह और कैशियर जयप्रकाश सिंह के अलावा खाताधारक आकाश मिश्रा, सोमिल सुखदेव, वीर बहादुर, निलेश भी शामिल है।

खाता धारक जो पैसा जमा करते थे, बैंक मैनेजर और कैशियर ग्राहकों को तो मोहर लगाकर पर्ची दे देते थे, लेकिन उस पैसे को वास्तविक खातों की बजाय अन्य खातों में जमा कर दिया जाता था। इस पेज को बड़े-बड़े ठेकेदारों को ब्याज पर दे दिया जाता था। ठेकेदार से यह गैंग मोटी ब्याज वसूलते थे।

इस तरह यह पूरा संगठित गैंग योजनाबद्ध तरीके से काम कर रहा था। एएसपी ने बताया कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। जिसमें कैशियर जयप्रकाश के अलावा खाताधारक आकाश मिश्रा, वीर बहादुर, ठेकेदार प्रवीण कुमार, कुमारपाल शामिल है।

उन्होंने बताया कि मामले की पूरी गहन जांच पड़ताल की जा रही है। इसमें अन्य जिन जिन दोषियों के नाम प्रकाश में आएंगे उनके ख़िलाफ़ भी सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएंगी।

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