बड़ैला गांव में ग्राम प्रधान पर गौ तस्करी का आरोप, ग्रामीणों ने की शिकायत
प्रधान बोले – सभी गायें गांव में मौजूद, आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं
- बड़ैला गांव में ग्राम प्रधान पर गौ तस्करी का आरोप, ग्रामीणों ने की शिकायत
- प्रधान बोले – सभी गायें गांव में मौजूद, आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं
रिपोर्ट : बाबूलाल सक्सेना : गोरखपुर। गोरखपुर जिले के गोला ब्लॉक स्थित बड़ैला गांव में ग्राम प्रधान नन्हे यादव पर गौ तस्करी का गंभीर आरोप लगाया गया है। गांव के कई स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि गांव की गौशाला से गायें चोरी-छिपे बाहर भेजी जा रही हैं, और इसमें ग्राम प्रधान की संलिप्तता हो सकती है। ग्रामीणों ने इस संबंध में अधिकारियों से शिकायत दर्ज कराई है और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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जानिए क्या कहते हैं ग्रामीण?
प्रधान ने क्या कहा?
इन आरोपों पर ग्राम प्रधान नन्हे यादव ने सफाई दी है। उनका कहना है कि, “गौशाला से कोई भी गाय गायब नहीं हुई है। सभी 8 गायें अभी भी बड़ैला गांव में ही हैं। उनके आधार कार्ड बनाए गए हैं और पशु चिकित्साधिकारी के हस्ताक्षरित दस्तावेज भी मेरे पास मौजूद हैं। ग्रामीण राजनीतिक द्वेषवश झूठे आरोप लगा रहे हैं।”
प्रधान ने दिखाए दस्तावेज
प्रधान नन्हे यादव ने कहा कि गायों का पूरा रिकॉर्ड मौजूद है। उन्होंने बताया कि जिन गायों की बात की जा रही है, उनके आधार कार्ड, स्वास्थ्य रिकॉर्ड और देखरेख की जानकारी भी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर जांच की जाए, वे उसका सामना करने को तैयार हैं।
अब प्रशासन के पाले में गेंद
ग्रामीणों की शिकायत के बाद अब ये मामला प्रशासन के पास पहुंच चुका है। फिलहाल कोई औपचारिक जांच शुरू नहीं हुई है, लेकिन स्थानीय अधिकारी और पशु विभाग के कर्मियों द्वारा प्रारंभिक जानकारी जुटाई जा रही है।
ग्रामीण चाहते हैं कि अधिकारियों की एक टीम गांव आकर गौशाला की हकीकत जांचे और अगर वाकई कोई गड़बड़ी है, तो सख्त कार्रवाई की जाए।
गौर करने वाली बात है कि गोरखपुर जिले और आस-पास के कई इलाकों में पहले भी गौ तस्करी से जुड़े मामले सामने आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गौ-रक्षा को लेकर सख्त कानून बनाए गए हैं और ऐसे मामलों में एफआईआर, गिरफ्तारी और सस्पेंशन तक की कार्रवाई की जाती रही है।
मामले की मुख्य बातें – एक नजर में
- ग्राम प्रधान पर आरोप – गायें तस्करी के लिए भेजी गईं
- ग्राम प्रधान की सफाई – सभी गायें गांव में हैं, रिकॉर्ड मौजूद
- ग्रामीणों की मांग – जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए
- प्रशासन की स्थिति – अभी प्रारंभिक स्तर पर जानकारी एकत्र की जा रही है
यह मामला अभी पूरी तरह साफ नहीं हुआ है। ग्रामीणों के आरोप गंभीर हैं, लेकिन प्रधान भी दस्तावेज़ों के साथ अपना पक्ष रख रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले की जांच कैसे करता है और सच्चाई क्या निकलकर सामने आती है।
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