हिरासत में ली गई पर्यावरण कार्यकर्ता मेधा पाटकर, विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया
पुलिस के अनुसार, मेधा पाटकर को कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से हिरासत में लिया गया। रायगड़ा पुलिस ने बताया कि सभी स्थल पर पहले भी खनन विरोधी आंदोलन के चलते तनाव की स्थिति बन चुकी है।
हिरासत में ली गई पर्यावरण कार्यकर्ता मेधा पाटकर , विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम में शामिल होने से रोका गया
- रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : रायगड़ा , ओडिशा।
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् मेधा पाटकर ओडिशा के रायगड़ा रेलवे स्टेशन से पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जब वह विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित एक जनसभा में शामिल होने जा रही थी।
यह सभा काशीपुर प्रखंड के सुंगेर हाटपाड़ा में आयोजित की जा रही थी। जिसे स्थानीय लोगों द्वारा खनन के विरोध में आयोजित किया गया था।
पुलिस के अनुसार, मेधा पाटकर को कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से हिरासत में लिया गया। रायगड़ा पुलिस ने बताया कि सभा स्थल पर पहले भी खनन विरोधी आंदोलनों के चलते तनाव की स्थिति बन चुकी है और ऐसे में उनकी उपस्थिति से स्थिति और अधिक संवेदनशील हो सकती थी।
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कार्यक्रम का आयोजन “मां माटी माली सुरक्षा समिति” द्वारा किया गया था। जो क्षेत्र में चल रहें खनन विरोधी आंदोलन का नेतृत्व कर रही हैं। इस समिति और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सिजीमाली क्षेत्र में खनन परियोजनाएं उनके पर्यावरण, आजीविका और सांस्कृतिक अस्तित्व को खतरे में डाल रही हैं।
मेधा पाटकर इस आंदोलन के समर्थन में सभा को संबोधित करने वाली थी। हालांकि, सभा स्थल पहुंचने से पहले ही उन्हें पुलिस ने स्टेशन पर ही रोक लिया और हिरासत में ले लिया गया।
स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, कई आदिवासी प्रदर्शनकारियों को भी एहतियातन हिरासत में लिया है।
सिजीमाली क्षेत्र में प्रस्तावित खनन परियोजनाओं के ख़िलाफ़ वर्षो से आंदोलन चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि खनन से न केवल उनकी जमीन छीनी जा रही है, बल्कि जंगल, जल स्रोत और जैव विविधता को भी गहरा नुकसान हो रहा हैं।
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