- भागलपुर में केनरा बैंक के एजेंट 1.40 करोड़ की ऋण राशि लेकर फरार, महिलाओं ने बैंक में किया हंगामा
- एनजीओ “समाज उन्नति केंद्र” के नाम पर किया जा रहा था ग्रुप लोन का संचालन, महिलाओं ने समय पर किस्तें दीं, फिर भी आया बैंक से बकाया नोटिस
रिपोर्ट :अमित कुमार : भागलपुर : बिहार। भागलपुर में केनरा बैंक से जुड़ी एनजीओ “समाज उन्नति केंद्र” के दो एजेंट करीब 1 करोड़ 40 लाख 62 हजार रुपए लेकर फरार हो गए, जिससे सैकड़ों महिला खाताधारक संकट में फंस गई हैं। इन महिलाओं ने समय पर ऋण की मासिक किश्तें जमा की थीं, लेकिन बैंक से लोन बकाया के नोटिस आने के बाद जब वे स्थिति जानने बैंक पहुंचीं, तो हंगामा खड़ा हो गया।
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महिलाओं ने कहा – पैसा दिया, फिर भी नोटिस क्यों?
कुसुम देवी ने कहा “हर महीने 2700 रुपए देकर 12 महीने तक लोन चुकाया। फिर भी बैंक से नोटिस आया। ये तो सीधा फ्रॉड है।”
बैंक का पक्ष – एजेंटों ने जमा नहीं की राशि
केनरा बैंक के शाखा प्रबंधक इमरान सिद्दीकी ने बताया “बैंक से कुल 95 JLG (Joint Liability Group) लोन दिए गए। समाज उन्नति केंद्र के एजेंट अमरेश और संजीत किस्तें इकट्ठा करते थे और बैंक में जमा करते थे। लेकिन पिछले साल से कई महिलाओं की किस्तें जमा नहीं की गईं।”

“लोन की कुल राशि 10 करोड़ 80 लाख रुपए थी, जिसमें 1 करोड़ 40 लाख से ज्यादा अब भी बकाया है। करीब 74 अकाउंट LP (Loan Pending) में चले गए हैं। हम दस्तावेजों को रीजनल ऑफिस भेज चुके हैं और समाधान की कोशिश जारी है।”
सवाल उठाती ग्रामीण महिलाएं
- पैसा जमा किया, फिर भी लोन क्यों बकाया दिख रहा है?
- एजेंटों पर कानूनी कार्रवाई कब होगी?
- बैंक ने निगरानी में चूक क्यों की?
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