महंगाई की मार: घरेलू गैस सिलेंडर के दाम बढ़े, आम आदमी की जेब पर फिर पड़ा असर
उज्ज्वला योजना और सामान्य उपभोक्ताओं दोनों के लिए 50 रुपये तक की बढ़ोतरी, नुकसान की भरपाई के लिए उठाया गया कदम
नई दिल्ली। नई दिल्ली से आम जनता के लिए एक और झटका आया है। घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में फिर से इजाफा कर दिया गया है। केंद्रीय तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एलान किया है कि 8 अप्रैल से एलपीजी सिलेंडर की कीमतें 50 रुपये तक बढ़ा दी जाएंगी। यह बढ़ोतरी उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों और सामान्य ग्राहकों—दोनों पर लागू होगी। सरकार का कहना है कि यह फैसला तेल कंपनियों को हुए 43,000 करोड़ रुपये के घाटे की भरपाई के लिए जरूरी था।
अब 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत सामान्य ग्राहकों के लिए 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो गई है। वहीं, उज्ज्वला योजना के तहत गैस लेने वालों को अब 503 रुपये की जगह 553 रुपये चुकाने होंगे।
तेल मंत्री ने बताया कि गैस की कीमतों की समीक्षा हर 2 से 3 हफ्तों में होती है, और मौजूदा बढ़ोतरी भी इसी प्रक्रिया के तहत की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि यह बढ़ोतरी अचानक नहीं की गई, बल्कि लंबे समय से घाटा उठा रही तेल कंपनियों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए फैसला लिया गया है।
जानिए क्यों बढ़े दाम?
हरदीप सिंह पुरी ने साफ किया कि पेट्रोल और डीज़ल पर उत्पाद शुल्क में हाल ही में की गई बढ़ोतरी का मकसद आम जनता पर बोझ डालना नहीं था। बल्कि, इसका उद्देश्य 43,000 करोड़ रुपये के उस नुकसान की भरपाई करना है, जो कंपनियों को एलपीजी पर दी जा रही सब्सिडी की वजह से हो रहा है।
वाणिज्यिक गैस पर थोड़ी राहत
घरेलू गैस की बढ़ती कीमतों के बीच एक हल्की राहत की खबर भी है। कुछ दिन पहले ही तेल कंपनियों ने 19 किलोग्राम के वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमत 41 रुपये घटा दी थी। अब दिल्ली में इसकी कीमत 1,762 रुपये हो गई है, जबकि 1 मार्च को इसमें 6 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
आम आदमी की परेशानी बढ़ी
इस ताजा बढ़ोतरी के बाद आम आदमी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पहले से ही रोजमर्रा की चीज़ों की कीमतें बढ़ी हुई हैं, और अब रसोई गैस की महंगाई ने घरेलू बजट को और बिगाड़ दिया है। खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों पर इसका सीधा असर पड़ेगा।