जस्टिस बीआर गवई होंगे देश के अगले सीजेआई, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी मंजूरी

वरिष्ठ राजनीतिज्ञ दिवंगत रामकृष्ण गवई के पुत्र हैं। जस्टिस गवई के पिता रामकृष्ण सूर्यभान गवई, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के संस्थापकों में से एक थे। वह महाराष्ट्र के राजनीति में काफी सक्रिय है और 1998 में आरबीआई के प्रतिनिधि के तौर पर अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य चुने गए।

जस्टिस बीआर गवई होंगे देश के अगले सीजेआई , राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दी मंजूरी 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ  : नई दिल्ली। 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस बीआर गवई को देश के 52 वें मुख्य न्यायाधीश के पद पर नियुक्त करने की मंजूरी प्रदान की है। जस्टिस भूषण रामकृष्णन गवई, जिन्हें बीआर गवई के नाम से जाना जाता है।

14 मई 2025 को भारत के 52 वें मुख्य न्यायधीश के रूप में औपचारिक रूप से शपथ ग्रहण करेंगे। वर्तमान मुख्य न्यायाधीश ऑफ़ इंडिया संजीव खन्ना ने जस्टिस गवई के नाम की सिफारिश की थी।

संजीव खन्ना का मौजूदा कार्यकाल 13 मई को समाप्त हो जाएंगा।

जस्टिस गवई का कार्यकाल 6 महीने का होंगा, वह नवंबर 2025 में सेवानिवृत्ति लेंगे।

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महाराष्ट्र के अमरावती जिले से संबंधित है। उनके पेशेवर जीवन के प्रमुख जन्म में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने और उस क्षेत्र को दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने का फैसला शामिल हैं।

दलित समुदाय से आने वाले दूसरे व्यक्ति होंगे जो मुख्य न्यायधीश का पद संभालेंगे। जस्टिस रामकृष्णन ने 2007 से 2010 तक इस भूमिका को निभाया था।

64 वर्षीय जस्टिस बीआर गवई नवंबर 2025 में रिटायर होंगे। उनके मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यकाल 14 मई 2025 से 24 नवंबर 2025 तक चलेगा।

गवई के बारे में बीआर :

गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को अमरावती में हुआ था और वह वरिष्ठ राजनीतिक दिवंगत रामकृष्ण गवई के पुत्र हैं। जस्टिस गवई के पिता, रामकृष्ण सूर्यभान गवई, रिपब्लिक पार्टी संस्थापकों मे से एक थे।

वह महाराष्ट्र की राजनीति में काफ़ी सक्रिय रहें, 1998 में आरपीआई की प्रतिनिधि के तौर पर अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य चुने गए।

इसके अलावा उन्होंने 2006 से 2011 तक बिहार, सिक्किम और केरल के राज्यपाल के पद पर भी अपनी सेवाएं दी।

उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के लिए सरकारी वकील बाद में सरकारी अभियोजक की भूमिका निभाई। उन्हें 14 नवंबर 2003 को बॉम्बे उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 24 मई 2019 को सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नति मिलने से पहले, उन्होंने उच्च न्यायालय में 16 वर्षों तक काम किया।

जस्टिस गवई अपनी सेवानिवृत्ति से पहले, जो नवंबर में होगी, लगभग 6 महीने तक मुख्य न्यायाधीश के पद पर रहेंगे।

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