काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की रात बंद नहीं होंगे कपाट।

26 फरवरी की मंगला आरती के साथ गर्भ ग्रह के कपाट खुलेंगे और बाबा के दर्शन का श्री गणेश होंगा। 26 को लगी कतार 27 तक अनवरत रहेगी। सावन प्रोटोकॉल की तरह रात भर दर्शन किया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिए कुल पॉइंट किया जा रहे हैं। मंदिर न्यास की ओर से 13 जनवरी को सोमवार से लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक होने वाली आरती का शेड्यूल जारी किया गया है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से बताया गया है कि महाशिवरात्रि दर्शन के लिए रात भर कपाट खुले रहेंगे।

मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ)TV 9 भारत समाचार उत्तर प्रदेश।

श्री काशी विश्वनाथ धाम में महाशिवरात्रि पर बाबा के गर्भगृह के कपाट रात भर खुले रहेंगे। महाकुंभ के दौरान पड़ने वाली महाशिवरात्रि पर रिकॉर्ड भक्त दर्शन करेंगे। पारलौकिक भव्यता के बीच देश-दुनिया के 20 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराने पर मंदिर न्यास मंथन कर रहा है। बाबा विश्वनाथ दर्शन के लिए पहुंचाने वालों की सहूलियत के लिए रात की तीन आरतियां भी नहीं होंगी।

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26 फरवरी की मंगला आरती के साथ गर्भगृह के कपाट खुले रहेंगे और बाबा के दर्शन का श्री गणेश होंगा। 26 को लगी कतार 27 तक अनवरत रहेगी। सावन प्रोटोकॉल की तरह रात भर दर्शन किया जा सकेगा। श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिए कुल पॉइंट तय किए जा रहे हैं। मंदिर न्यास की ओर से 13 जनवरी को सोमवार से लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक होने वाली आरती का शेड्यूल जारी किया गया है।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से बताया गया है कि महाशिवरात्रि दर्शन के लिए रात भर कपाट खुले रहेंगे। मंगला आरती और मध्यान भोग आरती होगी। देर रात होने वाली तीनों आरती नहीं होंगी। इसके बाद रात 11:00 बजे से अगले दिन सुबह 6:30 बजे तक बाबा की चार पहर की आरती होंगी। 27 फरवरी को मंगला आरती नहीं होंगी, लेकिन इन आरतियों के बीच दर्शन चलते रहेंगे।

भोर में 3:30 बजे से लेकर अगले दिन सुबह अंतिम पहर की आरती यानी 6:30 बजे के बाद तक लगातार दर्शन चलेंगे। महाशिवरात्रि पर भी नए साल की तरह प्रोटोकॉल लागू रहेगा। भक्तों को सुगमता पूर्वक दर्शन करने के लिए झांकी दर्शन मिलेंगे और स्पर्श दर्शन बंद रहेंगे।

इसके अलावा, महाकुंभ की भीड़ के बीच सोमवार, पूर्णिमा पर विशेष इंतजाम रहेंगे। महाशिवरात्रि को छोड़कर अन्य दिनों में नियमित पांचों आरती होंगी।

चार पहर की आरती का संभावित शेड्यूल……

प्रथम पहर की आरती- रात्रि 11:00 बजे शंकर बजेगा और आरती 12:30 तक होंगी। झांकी दर्शन जारी रहेगा।

द्वितीय पहर की आरती- रात्रि 01:30 बजे आरती प्रारंभ होकर 2:30 बजे समाप्त होंगी।

तृतीय पहर की आरती- रात्रि 3:30 बजे से प्रारंभ होकर 4:30 बजे तक समाप्त होंगी और दर्शन चलता रहेगा।

चतुर्थ पहर की आरती- प्रातः 5:00 बजे से आरती प्रारंभ होकर प्रातः 6:30 बजे तक समाप्त होंगी और दर्शन भी जारी रहेगा।

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