केंद्र से टकराव के मूड में DMK, तमिल विरोधी रवैए का लगाया आरोप
इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री करुणा निधि की जयंती को सातवें भाषा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही द्रव्यमान मॉडल सरकार की महिलाओं किसानों एवं मछुआरों, बुनकरों और सभी वर्गों के जीवन में सुधार के लिए सराहना की गई।
केंद्र से टकराव के मूड में DMK , तमिल विरोधी रवैए का लगाया आरोप
- रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : चेन्नई , तमिलनाडु।
तमिलनाडु के प्रमुख पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) क्यों वार्षिक महासमिति की बैठक इस साल मदुरै में आयोजित की गई। यह पहली बार था कि 1970 के बाद मदुरै में इतनी बड़ी पार्टी हुई हैं।
मुख्यमंत्री और DMK अध्यक्ष M.K. स्टालिन के नेतृत्व में हुई इस बैठक में लगभग 7000 लोगों ने हिस्सा लिया। इस दौरान दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की गई।
केंद्र सरकार की आलोचना
बैठक में केंद्र सरकार कि तमिलनाडु को मिलने वाले वित्तीय संसाधनों के आपूर्ति रोकने के फ़ैसले की निंदा की गई। इसके साथ ही हिंदी थोपने की केंद्र की नीति और तमिल भाषाई चेतना पर होने वाले पर कड़ा विरोध जताया गया।
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DMK ने कीझाडी उत्खनन रिपोर्ट जारी न करने और रेलवे परियोजनाओं में तमिलनाडु की उपेक्षा को भी केंद्र सरकार की तमिल विरोधी मानसिकता का उदाहरण बताया है।
इसके अलावा, मुसलमानों की संपत्तियों पर लागू वक्फ संशोधन अधिनियम और संघ के जांच निकायों के दुरुपयोग को भी भाजपा सरकार की आलोचना का विषय बनाया गया।
तमिलनाडु की प्रगति और सामाजिक कल्याण पर जोर
इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री करुणा निधि की जयंती को शास्त्रीय भाषा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया गया। साथ ही द्रविड़ मॉडल सरकार की महिलाओं, किसानों और मछुआरों, बुनकरों और सभी सभी वर्गों के जीवन में सुधार के लिए सराहना की गई।
उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के काम को भविष्य की उम्मीद के रूप में स्वीकार करते हुए उनके समर्थन की भी अपील की गई। DMK ने कहा कि वह तमिल समुदाय की पहचान और गौरव को बढ़ावा देने वाले सरकार है।
भाजपा और AIADMK पर कड़ा प्रहार ,
चुनावी तैयारी तेज़
बैठक में भाजपा सरकार को तमिलनाडु और संविधान के ख़िलाफ़ षड्यंत्रकारी बताते हुए उसकी निंदा की गई। AIADMK को हटाकर सत्ता में वापसी का संकल्प लिया। इसके लिए पार्टी ने फिल्ड वर्क और जनसंपर्क तेज़ करने का निर्णय लिया।
विशेष सदस्यता अभियान :
“ओरानियिल तमिलनाडु “
M.K. स्टालिन ने एक विशेष प्रस्ताव पेश किया है, जिसके तहत प्रत्येक मतदान केंद्र में 30% मतदाताओं को DMK सदस्य बनाया जाएंगा।
इस अभियान को “ओरानियिल तमिलनाडु ” नाम दिया गया है।
जिसका उद्देश्य पार्टी का जनाधार और अधिक मजबूत करना है, यह रणनीति आगामी चुनाव में पार्टी की स्थिति मजबूत करने के लिए अहम मानी जा रही है।
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