लखीमपुर खीरी: 100 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कमजोर बच्चों की होगी जांच, 15 जुलाई से ग्रोथ मेजरमेंट अभियान शुरू
“पोषण से बनती है बुनियाद, एक भी बच्चा न छूटे” – डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल
- लखीमपुर खीरी: 100 आंगनबाड़ी केंद्रों पर कमजोर बच्चों की होगी जांच, 15 जुलाई से ग्रोथ मेजरमेंट अभियान शुरू
- “पोषण से बनती है बुनियाद, एक भी बच्चा न छूटे” – डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल
रिपोर्ट : आयुष पाण्डेय : लखीमपुर खीरी। जिले में संभव अभियान 5.0 के अंतर्गत कुपोषण के खिलाफ बड़ी पहल की जा रही है। लखीमपुर खीरी में 15 जुलाई से 100 चिन्हित आंगनबाड़ी केंद्रों पर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का ग्रोथ मेजरमेंट (लंबाई, ऊंचाई और वजन) किया जाएगा। यह केंद्र उन क्षेत्रों में हैं, जहां स्टंटिंग यानी नाटापन की समस्या सबसे अधिक पाई गई है।
यह भी पढ़ें : 🔱 आस्था का सैलाब: सावन की पहली सोमवारी पर भागलपुर हुआ शिवमय
DM की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला, ट्रेनिंग बनी अभियान की नींव

डीएम ने निर्देश दिया कि “ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस में तकनीकी गड़बड़ी होने पर फौरन उसे बदला जाए। अभियान की गति में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। कोई भी बच्चा मापन से वंचित न हो।”
कैसे होगा बच्चों का मापन?
डीपीओ भारत प्रसाद ने बताया कि नोडल अधिकारी, आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामवार सूची के अनुसार बच्चों का वजन और ऊंचाई स्वयं मापेंगे। यदि पोषण ट्रैकर में दर्ज पुराने आंकड़ों से अंतर पाया गया, तो उसे अपडेट कर रिपोर्ट में स्पष्ट उल्लेख किया जाएगा।
यदि कोई बच्चा 15 जुलाई को मापन से छूट जाता है, तो उसका मापन 16 जुलाई को अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
अभियान की संरचना और निगरानी तंत्र
- हर केंद्र पर एक नोडल अधिकारी तैनात
- बच्चों का मापन सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (CHOs) के ज़रिए
- 4–5 केंद्रों पर एक सेक्टर अधिकारी
- खंड शिक्षा अधिकारी और आपूर्ति निरीक्षक भी सेक्टर अधिकारियों के रूप में तैनात
- ब्लॉक स्तर पर बीडीओ पर्यवेक्षक
- लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए सीडीपीओ और मुख्य सेविकाएं जिम्मेदार
- सभी 100 केंद्रों पर ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस उपलब्ध
जिले में वॉर रूम की स्थापना
अभियान को व्यवस्थित रूप से संचालित करने के लिए जिला स्तर पर एक वॉर रूम भी स्थापित किया गया है। किसी भी तकनीकी या प्रशासनिक समस्या के समाधान के लिए अधिकारी इन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
- 📞 दूरभाष: 05872-314989
- 📱 मोबाइल: 9451564101, 9415513172
प्रशिक्षण कार्यशाला में सभी बीडीओ, बीईओ, आपूर्ति निरीक्षक और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी इस कार्यशाला में उपस्थित रहे। डीएम ने सभी से अपील की कि वे इस अभियान को सिर्फ ड्यूटी न समझें, बल्कि निजी जिम्मेदारी मानकर बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में योगदान दें।
पोषण का अधिकार, हर बच्चे के लिए
संभव अभियान 5.0 के तहत यह प्रयास सुनिश्चित करता है कि कुपोषण से ग्रसित एक भी बच्चा पहचान से छूट न जाए। लखीमपुर खीरी जिला प्रशासन की यह पहल बाल स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में एक अनुकरणीय मॉडल बनकर सामने आ रही है।
यह भी पढ़ें : 🔱 आस्था का सैलाब: सावन की पहली सोमवारी पर भागलपुर हुआ शिवमय