लेखपाल पर पत्रकार से लूट का आरोप, सलेमपुर में गरमाया मामला, 100 से अधिक पत्रकारों ने किया थाने का घेराव

लेखपाल पर एफआईआर की मांग, कोतवाल बोले- जल्द दर्ज होगा केस

  •  लेखपाल पर पत्रकार से लूट का आरोप, सलेमपुर में गरमाया मामला, 100 से अधिक पत्रकारों ने किया थाने का घेराव
  • लेखपाल पर एफआईआर की मांग, कोतवाल बोले- जल्द दर्ज होगा केस

रिपोर्ट : शीतल सिंह : देवरिया। यूपी के देवरिया जनपद के सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना ने मीडिया जगत को झकझोर कर रख दिया। आरोप है कि एक पत्रकार के साथ क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा लूटपाट की गई है। इस घटना से नाराज 100 से अधिक पत्रकारों ने एकजुट होकर कोतवाली पहुंचकर प्रदर्शन किया और आरोपी लेखपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की।

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Lekhpal accused of robbery from a journalist, a case in Salempur, more than 100 journalists surrounded the police station

पीड़ित पत्रकार का आरोप है कि लेखपाल ने व्यक्तिगत रंजिश या दबाव में आकर उनसे महत्वपूर्ण कागजात व नकदी जबरन छीन लिए। यह घटना क्षेत्रीय पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ा हमला माना जा रहा है।

कोतवाली पर प्रदर्शन, आक्रोशित पत्रकारों की चेतावनी

घटना के विरोध में सलेमपुर, भाटपार रानी, देवरिया शहर समेत आसपास के ब्लॉकों से पत्रकार जुटे। उन्होंने कोतवाली परिसर में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए लेखपाल की गिरफ्तारी और एफआईआर की मांग रखी।

पत्रकारों ने चेताया कि—“यदि 24 घंटे के अंदर केस दर्ज कर कार्रवाई नहीं हुई, तो जिलेभर में उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।”

कोतवाल ने दिया भरोसा

सलेमपुर कोतवाली के प्रभारी ने पत्रकारों से मुलाकात की और भरोसा दिलाया कि – “प्रारंभिक जांच के बाद आरोपी लेखपाल पर उचित धाराओं में जल्द केस दर्ज किया जाएगा और कोई दोषी नहीं बख्शा जाएगा।”

वहीं स्थानीय पत्रकार संघ ने इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने की बात कही है। पत्रकार संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि –“पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, और उसके साथ इस तरह की घटना पूरे सिस्टम पर प्रश्नचिह्न लगाती है।”

जाँच की मांग

पत्रकारों ने मांग की कि लेखपाल की पूर्व की गतिविधियों की भी जांच की जाए, ताकि यदि वह पहले भी किसी पत्रकार, ग्रामीण या आम नागरिक के साथ दुर्व्यवहार कर चुका हो तो उसे सामने लाया जा सके।

इस घटना ने न सिर्फ सलेमपुर, बल्कि पूरे पूर्वी उत्तर प्रदेश के पत्रकार जगत में चिंता की लहर दौड़ा दी है। अब देखना यह होगा कि प्रशासन कितनी तत्परता से कार्रवाई करता है या फिर पत्रकारों को न्याय के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा।

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