महंत ने किया धर्म परिवर्तन का ऐलान, दबंगों ने रामलला मंदिर में पूजा करने से रोका

मंत्री के निर्देश पर छतरपुर एसडीएम अखिल राठौर जांच करने मंदिर पहुंचे। उनके साथ नायक तहसीलदार और पटवारी की मौजूद थे। लेकिन सरकारी अधिकारियों को देख वहां मौजूद लोगों ने विवाद शुरू कर दिया।

महंत ने किया धर्म परिवर्तन का ऐलान , दबंगों ने रामलला मंदिर में पूजा करने से रोका 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : छतरपुर , मध्य प्रदेश।

जिले के बारी गांव में स्थित प्राचीन रामलला मंदिर का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आरोप है कि मंदिर पर कुछ दबंगों ने कब्ज़ा कर लिया है।

मंदिर के पुजारी ने जनसुनवाई में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाते हुए कहा, “अगर न्याय नहीं मिला तो धर्म परिवर्तन कर लूंगा” पुजारी की बातों को सुनकर अधिकारियों के होश उड़ गए।

छतरपुर जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर गांव बारी में स्थित रामलला सरकार की मंदिर का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा हैं। बात इतनी बढ़ गई है कि पुजारी ने दबंगों की प्रताड़ना से तंग आकर जनसुनवाई में अधिकारियों के सामने धर्म परिवर्तन की घोषणा कर दी।

पुजारी की बात सुनकर लोग हैरान रह गए।

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एसडीएम और नायब तहसीलदार से मारपीट 

मंत्री के निर्देश पर छतरपुर एसडीएम ‌ अखिल राठौर जांच करने मंदिर पहुंचे। उनके साथ नायब तहसीलदार पटवारी भी मौजूद थे। लेकिन सरकारी अधिकारियों को देख वहां मौजूद लोगों ने विवाद शुरू कर दिया। एसडीएम और नायब तहसीलदार से मारपीट और धक्का मुक्की होने लगी।

जिसके एसडीएम के निर्देश पर नायब तहसीलदार अंजू सिंह की शिकायत पर गढ़ीमलहरा थाने में पुजारी सहित तीन लोगों के ख़िलाफ़ मारपीट और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।

तब तक गांव के करण सिंह, मंगल सिंह, शीलू तिवारी ने गिरोह बनाकर मंदिर पर कब्ज़ा कर लिया। जेल से छूटने के बाद मंगलवार को पुजारी अपने सेवादारों को महंत के साथ छतरपुर जनसुनवाई में पहुंचा और न्याय के गुहार लगाई।

नहीं मिला न्याय तो करूंगा धर्म परिवर्तन 

कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे रामलला मंदिर के पुजारी कोई सेवा कर में कलेक्टर को आवेदन देकर न्याय की मांग की मांग की है। अखिल भारतीय निर्मोही अखाड़ा मंदिर सठिया के महंत रामदास ने बताया कि बारी रामलला मंदिर पर हमारे अखाड़े का मंदिर है, लेकिन उस पर कब्ज़ा कर लिया गया है।

जुआरी, शराबियों ने अड्डा बना लिया है। पूजा नहीं करने दी जा रही है 4 साल से शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

जब छतरपुर अखिल राठौर से बात हुई तो उन्होंने बताया कि सांसद जी की चौपाल में ग्रामीणों ने शिकायत दर्ज कराई थी। रामलला मंदिर में कई बरसों से दबंगों ने 29 एकड़ जमीन पर कब्जा करने और मंदिर में दर्शन करने से मना करने की सामूहिक शिकायत की थी। इसके बाद संसद के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम मौके पर निरीक्षण करने गई थी।

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