प्रदेश के प्रवासी मातृभूमि योजना से अपने गावों के विकास में सरकार के साथ कर सकते हैं भागीदारी

गांवों के विकास मे तेजी लाने के लिए यूपी की योगी सरकार ने मातृभूमि योजना चलाई है। इसके तहत व्यक्ति,व्यक्तियों के समूह,प्रवासी भारतीय,एन.जी.ओ,निजी संस्था गांवों के विकास में पंचायती राज आधिनियम की धारा 15 के तहत अनुमन्य विकास कार्य एवं अवस्थापना सुविधायें विकसित कर सकते हैं।इन निर्माण कार्यों की लागत का 60 प्रतिशत धनराशि सहयोगकर्ता और 40 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। 

अनिल बाजपेयी 

सीईओ फाउंडर एंड ग्रुप एडिटर 

  • प्रदेश के प्रवासी मातृभूमि योजना से अपने गावों के विकास में सरकार के साथ कर सकते हैं भागीदारी
  • व्यक्ति,व्यक्तियों के समूह,प्रवासी भारतीय,एन.जी.ओ,निजी संस्था गांवों के विकास में दे सकते हैं योगदान
  • पंचायती राज आधिनियम की धारा 15 के तहत अनुमन्य विकास कार्य एवं अवस्थापना सुविधायें विकसित कर सकते हैं।
  • निर्माण कार्यों की लागत का 60 प्रतिशत धनराशि सहयोगकर्ता और 40 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। 

बहराइच : यूपी : गांवों के विकास मे तेजी लाने के लिए यूपी की योगी सरकार ने मातृभूमि योजना चलाई है। इसके तहत,यहां के मूल निवासी जो प्रदेश के बाहर या विदेशों रह कर नौकरी, व्यवसाय,उद्यम या कोई व्यापार कर रहे हैं और अपने गांव का विकास करना चाहते हैं “ऐसे व्यक्ति,व्यक्तियों के समूह,प्रवासी भारतीय,एन.जी.ओ,निजी संस्था गांवों के विकास में पंचायती राज आधिनियम की धारा 15 के तहत अनुमन्य विकास कार्य एवं अवस्थापना सुविधायें सरकार के साथ मिलकर विकसित कर सकते हैं। इन निर्माण कार्यों की लागत का 60 प्रतिशत धनराशि सहयोगकर्ता और 40 प्रतिशत राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। सहयोगकर्ता जिस योजना के तहत कार्य करवाना चाहते हैं उस कार्य का नामकरण अपनी इच्छा के अनुसार रख सकते हैं।यूपी सरकार की इस योजना से प्रदेश मे निजी निवेश बढ़ेगा एवं नियमित अनुश्रवण से कार्याे की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के विकास मे तेजी आएगी और यहां के लोगों के जीवन स्तर में बृद्धि होगी।

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प्रदेश के प्रवासी कई तरह के निर्माण कार्यों में कर सकते हैं अपनी भागीदारी

आपको बता दें कि योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट मातृभूमि योजना से कई तरह के निर्माण कार्य कराये जा सकते हैं।इसमें स्कूल,इण्टर कालेज की कक्षायें,स्मार्ट क्लास कक्ष,बरात घर,सामुदायिक भवन, अस्पताल, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र, ऑगनबाँड़ी केन्द्र,पुस्तकालय, सभागार,ओपेन जिम, व्यायामशाला, सी.सी.टी.वी., सर्विलांस सिस्टम,अन्त्येष्टि स्थल तालाब का सौन्दर्याकरण,शिल्पकारों के लिए अवस्थापना सुविधायें,जल संरक्षण का कार्य,स्ट्रीट लाइट,एल.ई. डी. लाइट,बस स्टैण्ड,यात्री सेड, फायर सर्विस स्टेशन की स्थापना आदि अन्य अवस्थापना निर्माण के कार्य सहयोग कर्ता करा पाएंगे।

मातृभूमि योजना में भाग लेने के लिए प्रदेश के प्रवासियों को वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होता है

बता दें कि योगी सरकार की अति महत्वाकांक्षी मातृभूमि योजना में भाग लेने के लिए प्रदेश के प्रवासी सबसे पहले बेबसाइट पर अपना पंजीकरण करवाएं। इसके लिए योजना की बेबसाइट एमभूमि-यूपीपीआरडी-इन/रजिस्ट्रेशन/अदर रजिस्ट्रेशन पर अपने मोबाइल नम्बर एवं ई-मेल के माध्यम से पंजीकरण कर लें और व्यक्तिगत यूजर आई.डी. एवं पासवर्ड प्राप्त कर लें। रजिस्ट्रेशन योर प्रोजेक्ट पर अपना व्यक्तिगत एवं योजना का विवरण दें। प्रदेश के प्रवासी जिस योजना के तहत कार्य करवाना चाहते हैं उसके लिए योजना की लागत का 60 प्रतिशत धनराशि जमा कर सकते हैं ।

मातृभूमि योजना के तहत अब तक प्रदेश में कई करोड़ रुपए के निर्माण कार्य हो चुके हैं कई करोड़ रुपए के कार्य विचाराधीन और प्रस्तावित हैं 

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट मातृभूमि योजना के तहत प्रदेश में सी.सी.रोड,सेड,सी.सी.टी.वी. कैमरा,स्ट्रीट लाइट,सोलर लाइट,चौराहों के सौन्दर्यीकरण,इण्टरलाकिंग निर्माण,स्कूल कॉलेज में कक्ष मरम्मत व निर्माण,तालाबों का सौन्दर्यीकरण,पेयजल व्यवस्था,जल निकासी,मेरेज हाल,से संबंधित करीब 1.35 करोड़ रूपये की परियोजनाएं अब तक पूर्ण हो चुकी हैं जब कि इस योजना से निर्मित हो रही लगभग 16 करोड़ रूपये की 21 परियोजनाएं प्रगति पर हैं और 25 से ज्यादा परियोजनाओं के निर्माण पर कार्यवाही चल रही है।

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