MP में फिर पुलिस पर हमला, झगड़ा सुलझाने गए थे, गांव के लोगों ने बंधक बनाकर जबरन शराब पिलाई, फिर जिंदा जलाने की कोशिश की

इस घटना के संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की देर रात को जिले के मगरोन थाना अंतर्गत सुनवाहा गांव में दो पक्षों के बीच ज़मीन के क़ब्ज़े को लेकर विवाद चल रहा था।

MP में फिर पुलिस पर हमला, झगड़ा सुलझाने गए थे, गांव के लोगों ने बंधक बनाकर जबरन शराब पिलाई, फिर जिंदा जलाने की कोशिश की

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : दमोह , मध्य प्रदेश।

मध्य प्रदेश के दमोह जिले के मगरोन थाना अंतर्गत पैरवारा में मंगलवार की देर रात ज़मीनी विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच टकराव हो गया। डायल 100 को मिली सूचना पर आरक्षण ‌‌और डायल 100 के पायलट के पहुंचने पर ग्रामीणों ने जहां उन्हें बंधक बनाकर उनके साथ काफ़ी मारपीट की।

इसके बाद जबरदस्ती शराब पिलाकर ट्रैक्टर में आग लगाने के बाद उन्हें जिंदा जलाने की कोशिश की। काफ़ी प्रयासों के बाद आरक्षक और पायलट अपनी जान बचाकर भाग सकें।

इस घटना के संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा ने बताया कि मंगलवार की देर रात को जिले के मगरोन थाना अंतर्गत सुनवाहा गांव में दो पक्षों के बीच ज़मीन के क़ब्ज़े को लेकर विवाद चल रहा था।

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एक पक्ष ज़मीन की जुताई के लिए ट्रैक्टर लेकर पहुंच गया, इसके विरोध में दूसरे पक्ष के व्यक्ति द्वारा डायल 100 को सूचना दी गई।

इसके बाद डायल 100 को सूचना मिलने मगरोन थाना की गाड़ी में तैनात आरक्षण और पायलट घटना स्थल पर पहुंच गए और जब उन्होंने घटना की स्थिति की जानकारी देने का प्रयास किया, तो हालत बिगड़ गई।

ग्रामीण और पायलट में बहस होने लगी। जिससे वहां पर उपस्थित कुछ लोगों ने आरक्षण बलराम सिंह और डायल 100 के पायलट मनोज सिंह के साथ काफ़ी मारपीट कर दी और गंभीर रूप से घायल कर दिया।

इसके बाद उन्हें बंधक बनाकर जबरदस्ती शराब पिलाने का प्रयास किया, इस दौरान वहां पर खड़े हुए ट्रैक्टर में आग लगा दी और दोनों को आग में जिंदा जलाने का प्रयास किया गया है। काफ़ी मशक्कत के बाद दोनों वहां से जान बचाकर भाग निकले। दोनों ने मगरोन थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी।

थाना प्रभारी बृजलाल पटेल के साथ पुलिस अधीक्षक श्रुत कीर्ति सोमवंशी के निवास पर देर रात पहुंचे।

एक पक्ष ने लगाया पुलिस द्वारा रुपए लेकर दूसरे पक्ष का साथ देने का आरोप

इस मामले में एक पक्ष के ग्रामीणों ने पुलिस पर रुपए लेकर दूसरे पक्ष का साथ देने कॉल ट्रैक्टर में आग लगने का आरोप लगाया है। वही ग्रामीणों का दावा है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे। इस कारण से पुलिस और ग्रामीणों के बीच में बहस हुई।

जिला अस्पताल पहुंचे आरक्षण बलराम सिंह और पायलट मनोज सैनी ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा उन्हें बंधक बना लिया था और मारपीट करते हुए जिंदा जलाने का प्रयास किया गया। घायल आरक्षक बलराम सिंह का यह भी कहना है कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगा। मध्य प्रदेश की पुलिस को उत्तर प्रदेश की पुलिस की तरह काम करने की जरूरत हैं।

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