नकली हेलमेट पहनने पर चालान के साथ होंगी एफआईआर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन आयुक्त बी एन सिंह की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है। नकली हेलमेट के धंधे पर सीधा हमला किया है। राजीव कपूर ने नकली और घटिया क्वालिटी के हेलमेट को 'खामोश हत्यारा' कहा। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार का यह सख्त रुख न सिर्फ गलत हेलमेट बनाने वालों को चेतावनी है बल्कि उपभोक्ताओं को भी संदेश देता है कि सिर्फ BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) द्वारा प्रमाणित हेलमेट सड़कों पर मान्य है।

नकली हेलमेट पहनने पर चालान के साथ होंगी एफआईआर 

  • रिपोर्ट : मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : उत्तर प्रदेश ।

यूपी सरकार ने उठाया सख़्त कदम, नकली हेलमेट पहनना न सिर्फ अपराध है, बल्कि यह आपके सिर को भी सेफ्टी नहीं देता है। 

सड़क यातायात को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सख़्त कदम उठाया है।

अब अगर कोई नकली या गैर – मानक हेलमेट पहनते हुए पकड़ा गया, तो उसका चालान नहीं कटेगा, बल्कि एफआईआर भी का भी सामना करना पड़ सकता है।

दरअसल, सरकार ने कदम राज्य में हो रहे हादसों और मौतों की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए उठाया गया है।

कानून सख़्त होगा तभी लोग नकली हेलमेट इस्तेमाल करना बंद कर सकते हैं।

आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि पिछले साल 2024 में उत्तर प्रदेश में 46,000 सड़क हादसे हुए, जिनमें 24,000 लोगों ने अपनी जान गवाई है।

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इतने बड़े आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने सख़्त एक्शन लेने का निर्णय लिया है।

नकली हेलमेट के धंधे पर सीधा हमला 

2 WHMA के अध्यक्ष और स्टीलबर्ड हेलमेट्स के एमडी निदेशक राजीव कपूर ने राज्य के नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया।

उत्तर प्रदेश ने फर्जी और खराब गुणवत्ता वाले हेलमेट के उपयोग को खत्म करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जो सड़कों पर मौत का कारण बन रहे थे।

यह निर्णयाक कार्यवाही न केवल जानों की रक्षा करती है, बल्कि नकली उत्पादों लापरवाह निर्माताओं के लिए एक मजबूत संदेश भी भेजती हैं।

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन आयुक्त बी एन सिंह की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है और नकली हेलमेट के धंधे पर सीधा हमला किया है।

राजीव कपूर ने नकली और घटिया क्वालिटी के हेलमेट्स को “खामोश हत्यारा” बताया।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का यह सख्त रुख न सिर्फ गलत हेलमेट बनाने वालों को चेतावनी है, बल्कि उपभोक्ताओं को भी यह संदेश देता है कि सिर्फ BIS (भारतीय मानक ब्यूरो) द्वारा प्रमाणित हेलमेट ही सड़कों पर मान्य हैं।

जानकारी के लिए आपको बता दें कि 2 WHMA लंबे समय से घटिया, कम गुणवत्ता वाले, अप्रमाणित हेलमेट से होने वाले खतरे को उजागर करता आ रहा है।

राजीव कपूर का मानना है कि कानून के सख़्त होने के साथ-साथ लोगों को भी जागरूक करना जरूरी है।

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