पहलगाम हमले में नया खुलासा : कश्मीर के कुपवाड़ा का है आतंकी हमले का मास्टरमाइंड, पाकिस्तान से चला रहा था नेटवर्क

एनआईए की जांच में हुआ खुलासा — फारुख अहमद नाम का लश्कर कमांडर दो सालों से सिक्योर चैट ऐप्स के ज़रिए आतंकी हमलों की रच रहा था साजिश, पहाड़ी रास्तों का गहराई से जानकार

  • कुपवाड़ा का फारुख निकला पहलगाम हमला मास्टरमाइंड | NIA जांच में बड़ा खुलासा
  • जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में एनआईए को बड़ी सफलता मिली है। जांच में कुपवाड़ा निवासी फारुख अहमद लश्कर कमांडर की संलिप्तता उजागर हुई है, जो पाकिस्तान से हमलों को अंजाम दे रहा था

 मुकेश कुमार : क्राइम एडिटर इन चीफ : नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में हुए पहलगाम हमले के पीछे एक बड़ा चेहरा सामने आया है। जांच एजेंसी एनआईए ने पता लगाया है कि इस हमले की पूरी साजिश एक ऐसे शख्स ने रची जो पहले अध्यापन के काम से जुड़ा था और अब लश्कर-ए-तैयबा जैसे खूंखार आतंकी संगठन का अहम हिस्सा बन चुका है। कुपवाड़ा जिले का रहने वाला फारुख अहमद इस हमले का मास्टरमाइंड निकला है, जो फिलहाल पाकिस्तान के कब्जे वाले हिस्से में छिपा बैठा है।

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New disclosure in Pahalgam attack: Kashmir's Kupwara is the mastermind of the terrorist attack, the network was running from Pakistan
फोटो : कुपवाड़ा निवासी आतंकी फारुख अहमद

एनआईए की गहराई से की गई जांच में सामने आया है कि फारुख अहमद ने पिछले दो वर्षों में कश्मीर में सक्रिय एक बड़े ओवरग्राउंड वर्कर नेटवर्क के जरिए कई आतंकी हमलों को अंजाम तक पहुंचाया। पहलगाम में जो हमला हुआ, उसमें पाकिस्तान से आए आतंकियों को इसी नेटवर्क ने सुरक्षित ठिकाने, हथियार और ज़रूरी सूचनाएं मुहैया कराईं।

 कश्मीर घाटी में करवाता था आतंकियों की एंट्री

फारुख न सिर्फ आतंकियों की घाटी में एंट्री कराता था, बल्कि वह सीमावर्ती पहाड़ी रास्तों का माहिर भी है, जिससे उसे सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देना आसान हो जाता था। वह पाकिस्तान से ऑपरेट होकर सिक्योर चैटिंग ऐप्स के ज़रिए अपने नेटवर्क के संपर्क में बना रहता था और हर गतिविधि की बारीकी से मॉनिटरिंग करता था।

घर गिराया गया, नेटवर्क पर एजेंसियों की नजर

कुपवाड़ा स्थित फारुख का घर हाल ही में सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है। रिकॉर्ड बताते हैं कि वह 1990 से लेकर 2016 तक कई बार पाकिस्तान और भारत के बीच आ-जा चुका है। इन वर्षों में उसने अपने नेटवर्क को इतना मजबूत बना लिया कि पिछले कुछ समय में एक के बाद एक कई आतंकी वारदातें उसके इशारे पर की गईं।

 गहराई तक फैला है नेटवर्क शामिल है अधिकांश युवा

एनआईए की माने तो फारुख का नेटवर्क घाटी में गहराई तक फैला है, जिसमें स्थानीय युवा भी शामिल हैं, जिन्हें बहलाकर आतंक के रास्ते पर धकेला गया। हमले के बाद फारुख से जुड़े कई सहयोगियों को हिरासत में लिया जा चुका है और उनसे पूछताछ जारी है।

 इंटरनेशनल स्तर पर कार्यवाही की तैयारी 

New disclosure in Pahalgam attack: Kashmir's Kupwara is the mastermind of the terrorist attack, the network was running from Pakistan
फोटो : आतंकवादी फारुख अहमद

अब सुरक्षा एजेंसियों का पूरा ध्यान इस नेटवर्क को जड़ से खत्म करने पर है। फारुख की पाकिस्तान में मौजूदगी की पुष्टि हो चुकी है और अब उसके खिलाफ इंटरनेशनल स्तर पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। सरकार भी इस बात को लेकर गंभीर है कि सीमा पार से आकर स्थानीय संपर्कों के बल पर हमले कर पाना आतंकियों के लिए इतना आसान कैसे हो गया।

फारुख अहमद का नाम सामने आने से साफ हो गया है कि भारत में आतंकी हमलों के पीछे सिर्फ सीमा पार से आने वाले हथियार नहीं, बल्कि स्थानीय स्तर पर सक्रिय नेटवर्क भी उतने ही खतरनाक हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती अब सिर्फ बाहरी घुसपैठ रोकना नहीं, बल्कि अंदरूनी सहयोगियों की पहचान कर उन्हें निष्क्रिय करना भी है।

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