न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम, फरार आरोपी ने किया आत्मसमर्पण, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ़्तार

आर्थिक अपराध शाखा आरोपी अरुणाचलम उल्लानाथन मारुथुवर को गिरफ़्तार कर लिया गया है। फरार आरोपी मारुथुवर ने रविवार को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया। मारूथुवर पर घोटाले के मुख्य आरोपी हितेश मेहता से 30 करोड़ रुपए लेने का आरोप है।

  • न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम, फरार आरोपी ने किया आत्मसमर्पण, मुंबई पुलिस ने किया गिरफ़्तार

TV 9 भारत समाचार  : मुकेश कुमार (क्राइम एडिटर इन चीफ :महारास्ट्र मुंबई : 

न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला में फरार आरोपी अरुणाचलम उल्लानाथन मारुथुवर को गिरफ़्तार कर लिया गया है। फरार आरोपी मारुथुवर ने रविवार को मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया। मारुथुवर पर घोटाले के मुख्य आरोपी हितेश मेहता से 30 करोड़ रुपए लेने का आरोप है।

पुलिस ने बताया कि आरोपी मारुथुवर को 18 मार्च तक पुलिस हिरासत में रखा गया है। इसके साथ मामले में अब तक पांच लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है।

आर्थिक अपराध शाखा आरोपी अरुणाचलम उल्लानाथन मारुथुवर की तलाश में देश भर में तलाश कर रही थी।

यह भी पढ़ें – बरेली में 24 घंटे में तीन की हत्या, चाचा भतीजी के बाद हिस्ट्री शीटर को मार डाला, पड़ोसियों ने नल के हैंडल से पीटा।

जांच टीमें अलग-अलग जगहों पर उसकी तलाश कर रही थी। इससे पहले पुलिस ने आरोपी के बेटे को मुंबई पुलिस ने अपने पिता को फरार कराने में मदद करने और घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ़्तार किया था।

कपिल देधिया वडोदरा से गिरफ़्तार

वहीं, पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 122 करोड़ रुपए के घोटाले में कपिल देधिया को वडोदरा से गिरफ़्तार किया था। इसके बाद उसे शनिवार को मुंबई लाया गया और कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उसे 19 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में अब तक मुंबई पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ़्तार किया हैं।

क्या है न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला

न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक घोटाले में 122 करोड़ रुपए की वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप है। आरोप है कि बैंक की प्रभादेवी और गोरेगांव शाखाओं से 122 करोड़ रुपए धोखाधड़ी हुई। घोटाले के दो आरोपियों बैंक के सीईओ अभिमन्यु और मनोहर उन्नाथन, जिन्होंने घोटाले में 15 करोड़ रुपए स्वीकार किए थे। उन्होंने मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने पहले ही गिरफ़्तार कर लिया था।

दो आरोपी बैंक के पूर्व अध्यक्ष हिरेन भानु, उनकी पत्नी और पूर्व उपाध्यक्ष गौरी भानु घोटाले के उजागर होने से पहले ही विदेश भाग गए थे। पुलिस ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया हैं।

यह भी पढ़ें – बरेली में 24 घंटे में तीन की हत्या, चाचा भतीजी के बाद हिस्ट्री शीटर को मार डाला, पड़ोसियों ने नल के हैंडल से पीटा।