रिपोर्ट: अजय कुमार : भागलपुर। बिहार की सियासत एक बार फिर गरमा गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे को लेकर जहां पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश दिख रहा है, वहीं विपक्षी दलों के नेता इसे महज़ एक “घूमने का बहाना” बता रहे हैं। इसी कड़ी में गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा है कि उनके बिहार आने से कोई बड़ा असर नहीं पड़ता। उन्होंने इसे सिर्फ राजनीतिक पर्यटन करार दिया।
लेकिन राहुल गांधी की इस यात्रा पर भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने तीखा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी पदयात्रा करें या भागलपुर में बैठ जाएं, बिहार की जनता को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।”
उन्होंने कांग्रेस के इतिहास पर सवाल उठाते हुए कहा कि 1947 से लेकर 2005 तक कांग्रेस सत्ता में रही, लेकिन बिहार के विकास के लिए कुछ नहीं किया। अब जब जनता ने उन्हें नकार दिया है, तो वे यात्राएं निकालकर सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रहे हैं।
केंद्र सरकार की योजनाओं का ज़िक्र
निशिकांत दुबे ने अपने बयान में केंद्र सरकार की योजनाओं का भी ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए “नदी जोड़ो अभियान” के तहत कोसी-मेची लिंक योजना पर काम हो रहा है, जिससे खगड़िया, बेगूसराय और भागलपुर जैसे जिलों को बाढ़ से राहत मिलेगी।
इसके अलावा उन्होंने कुछ अन्य प्रमुख परियोजनाओं की जानकारी भी दी, जिनमें शामिल हैं:
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय का निर्माण
- विक्रमशिला स्कूल के समांतरपुर तक रेल लाइन
- कठेरिया-बक्सर-साहिबगंज गंगा किनारे मैरिन ड्राइव प्रोजेक्ट
इन सभी योजनाओं को बिहार के विकास से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार बिहार के लोगों के भविष्य को लेकर गंभीर है और धरातल पर काम कर रही है।
राहुल गांधी की बिहार यात्रा जहां कांग्रेस के लिए सियासी संजीवनी मानी जा रही है, वहीं भाजपा नेताओं का मानना है कि ऐसी यात्राएं महज दिखावे की राजनीति हैं। निशिकांत दुबे के तीखे शब्दों से साफ है कि आने वाले चुनावों में बिहार की राजनीति और गरमाने वाली है।