बहराइच में डीएम के औचक निरीक्षण में खुली लापरवाही की पोल, कई सरकारी संस्थान पाए गए बंद
आरोग्य मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी और पंचायत भवन तक ताले ही ताले, डीएम ने रोका अफसरों का वेतन, 3 दिन में जवाब तलब
- बहराइच में डीएम के औचक निरीक्षण में खुली लापरवाही की पोल, कई सरकारी संस्थान पाए गए बंद
- आरोग्य मंदिर से लेकर आंगनबाड़ी और पंचायत भवन तक ताले ही ताले, डीएम ने रोका अफसरों का वेतन, 3 दिन में जवाब तलब
रिपोर्ट : अतुल त्रिपाठी : बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने विकास खंड चित्तौरा और रिसिया के कई गांवों का औचक निरीक्षण किया। इस औचक जांच में जो हाल निकला, वह चौंकाने वाला था। कहीं पंचायत भवन में ताला लटक रहा था, तो कहीं सामुदायिक शौचालय बंद मिले। स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद पड़े थे, जिसे लेकर डीएम ने जमकर फटकार लगाई।
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सबसे पहले ग्राम फुलवरिया के आरोग्य मंदिर का निरीक्षण किया गया, जहां सीएचओ सारिका गुप्ता तो मौजूद थीं, लेकिन परिसर में गंदगी फैली थी। डीएम ने साफ कहा कि सफाई व्यवस्था ठीक की जाए और मरीजों को बेहतर सुविधा दी जाए। वहां मौजूद सीएचओ ने बताया कि पांच मरीजों का इलाज हुआ है। डीएम ने मरीजों की जानकारी पोर्टल पर अपडेट रखने का निर्देश भी दिया।
इसके बाद जब फुलवरिया का आंगनबाड़ी केंद्र देखा गया, तो वो पूरी तरह बंद मिला। डीएम ने तुरंत संबंधित से जवाब तलब किया।
ग्राम लौकी में भी सामुदायिक शौचालय बंद मिला। वहीं बिबियापुर का आंगनबाड़ी केंद्र तो खुला था, लेकिन प्राथमिक विद्यालय बंद मिला। डीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री से बच्चों की उपस्थिति और पुष्टाहार वितरण की जानकारी ली और कहा कि सभी लाभार्थियों का घर-घर जाकर KYC और फेस ऑथेंटिकेशन पूरा कराया जाए।
भोपतपुर चौकी, खुदादादभारी और बंगलाचक में भी हाल कुछ अलग नहीं था। सभी जगह सरकारी इमारतों में ताले लटकते मिले—कहीं शौचालय बंद, कहीं स्कूल तो कहीं पंचायत भवन।
इस लापरवाही को देखते हुए डीएम ने एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव, सफाईकर्मी और अन्य संबंधित अधिकारियों का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। साथ ही साफ कहा कि तीन दिन के अंदर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो विभागीय कार्रवाई होगी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को बंद स्कूलों के मामले में जवाब देने को कहा गया है, वहीं जिला पंचायत राज अधिकारी को बंद शौचालयों के केयरटेकर से जवाब लेने का आदेश दिया गया है।
डीएम ने कहा, “सरकारी सुविधाएं जनता के लिए हैं, न कि ताले झुलवाने के लिए। अब लापरवाही नहीं चलेगी।”
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